गाजियाबाद। गाजियाबाद में बहला फुसलाकर और लालच देकर धर्मांतरण का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में केरल के पादरी और एक महिला को सोमवार को गिरफ्तार किया है। भाजपा युवा मोर्चा इंदिरापुरम मंडल के अध्यक्ष प्रवीन नागर ने बताया, गांव कनावनी में धर्मांतरण के उद्देश्य से आए कुछ लोगों के मौजूद होने की सूचना मिली।
इस पर वे अपनी टीम के साथ रविवार शाम को गांव में एक घर पर पहुंचे। मौके पर एक महिला और पुरुष मौजूद मिले। तब तक उनके बाकी साथी वहां से जा चुके थे। प्रवीन नागर का दावा है कि ये दोनों लोग मिशनरी हैं और लोगों को धर्मांतरण करने के बदले 25 गज का मकान व दो लाख रुपए नगद देने का लालच दे रहे थे। सूचना पर इंदिरापुरम थाने की पुलिस पहुंची और दोनों को कस्टडी में ले लिया।
एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया, पकड़े गए अभियुक्त संतोष जोहन और महिला पति-पत्नी हैं। संतोष केरल के शेरून फेलोशी चर्च में पादरी है और साल-1996 से गाजियाबाद में ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहा है। दंपति यूसीपीआई (यूनाइटेड) क्रिश्चयन प्रेयर फॉर इंडिया से संबंधित यूपी मिशन संस्था में साथ काम करते हैं।
इन्होंने गांव कनावनी में धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए एक कमरा किराए पर ले रखा था, जहां मिशन से जुड़े लोग एकत्रित होते थे। यहां पर ये दंपति धर्म का प्रचार-प्रसार करने के साथ लोगों को ईसाई धर्म से जुड़ने के लिए प्रेरित करते थे।
पूछताछ में संतोष जोहन ने बताया, हमारी संस्था के प्रत्येक मेंबर को 20 लोगों को जोड़ने का टारगेट होता है। हम बच्चों को ईसाई धर्म के बारे में बताते हैं और उनसे प्रार्थना कराते हैं। पुलिस ने इस मामले में दंपति के विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।