कानपुर देहात/ औरैया- कोतवाली क्षेत्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर सरकारी वर्दी में लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। पीड़ित सर्राफा व्यापारी ने अगले दिन औरैया कोतवाली में लूट का मुकदमा दर्ज कराया था। घटना के तीसरे दिन पुलिस ने आरोपित इंस्पेक्टर व दरोगा सहित छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से 50 किलो चांदी व लूट में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गई है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया है।
पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने शुक्रवार को सर्राफा व्यापारी से चांदी के लूटकांड का खुलासा किया। उन्होंने पत्रकार वार्ता में बताया कि जनपद बांदा के सर्राफा व्यापारी मनीष सोनी छह जून की आधी रात बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से औरैया आते समय खंभा नंबर 244 व 245 के बीच स्कार्पियो कार सवार इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह कठेरिया, दरोगा चिंतन कौशिक शर्मा व अन्य दो लोगों ने गाड़ी रुकवाई। तलाशी के नाम पर गाड़ी में रखी 50 किलो चांदी व गाड़ी के ड्राइवर जगनंदन पाल को अपनी गाड़ी में डाल ले गए। रात में ही पीड़ित की तहरीर पर औरैया कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था ।
पुलिस कप्तान ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए एडिशनल एसपी दिगंबर कुशवाहा के नेतृत्व में एसओजी व कोतवाली औरैया पुलिस की टीम गठित की गई। इस बीच साक्ष्यों के आधार पर लूट की घटना के आरोपितों की पहचान की गई। गुरुवार को सूचना मिली कि जिस गाड़ी का लूट में प्रयोग किया गया था उसी गाड़ी से लुटेरे लूट की चांदी का बंटवारा करने जा रहे हैं। इस सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने औरैया-जालौन रोड से इंस्पेक्टर अजय पाल व दरोगा चिंतन कौशिक सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उनके कब्जे से लूट की पचास किलो चांदी बरामद करने के साथ लूट में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गई।
सूत्रों के मुताबिक जिस सर्राफा व्यापारी से लूट की वारदात को अंजाम दिया गया उसकी कार में लुटेरों को दो करोड़ रुपया व चांदी होने की सूचना थी। एसपी ने बताया कि सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उनको जेल भेज दिया गया।
पकड़े गये आरोपियों के नाम
अजय पाल सिंह कठेरिया पुत्र रामेश्वर दयाल निवासी नौगवां थाना पटियाली जनपद कासगंज है। जो वर्तमान में कानपुर देहात के भोगनीपुर थाना प्रभारी है। लूट के मामले में गिरफ्तारी के बाद उन्हें निलम्बित कर दिया गया है। इनके साथ दरोगा चिंतन कौशिक पुत्र देवशंकर शर्मा निवासी चंद्र कुटीर जनपद बुलंदशहर है। इसके अलावा जमालुद्दीन पठान उर्फ जमील शेख पुत्र फरीदुद्दीन निवासी कम्हरिया थाना मौदाहा जिला हमीरपुर, संजय चिकवा उर्फ संजय टोपी पुत्र शिवमंगल निवासी खाईधर जिला बांदा, रफत खान पुत्र नवाब खान निवासी मुठनी थाना बिवार जिला हमीरपुर व राकेश पुत्र रामेश्वर दीक्षित निवासी सायर थाना बिवांर जनपद हमीरपुर हैं। इनके अलावा लूटकांड की घटना में अभी मुख्य आरक्षी रामशंकर यादव वर्तमान नियुक्ति थाना भोगनीपुर जिला कानपुर देहात और ताजुद्दीन उर्फ बूद्दु पुत्र कुतबुद्दीन निवासी कम्हरिया थाना मौदाहा जिला हमीरपुर फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं।
उल्लेखनीय है कि बांदा में रहने वाले सर्राफा व्यापारी मनीष सोनी के साथ औरेया जनपद में बीती छह जून को 50 किलो चांदी की लूट हो गई थी। लूट की चांदी की लगभग कीमत 40 लाख बताई जा रही है। इस लूट की जानकारी के बाद औरैया की पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने स्वयं इसकी जांच शुरू की। जिस पर उनको सुराग मिला कि लूट की चांदी कानपुर देहात में है। इसको लेकर जब जनपद के पुलिस अधीक्षक से उन्होंने बात की तो दोनों जनपद के पुलिस अधीक्षक ने मिलकर भोगनीपुर थाने में तैनात इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह के कमरे में छापा मारा। इस दौरान वहां से लूट की गई चांदी बरामद हो गई।कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक एक बाइक पर बैठकर छापा मारने गए।
बांदा के रहने वाले सर्राफ मनीष सोनी उर्फ सागर ने बताया कि 6 जून को वह अपनी क्रेटा कार से बांदा से औरेया जा रहे थे। उनके साथ मामा का लड़का रवि सोनी और भाभी सोनाली सोनी और उनकी बेटी अशी थी। वह बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे से जा रहे थे। गाड़ी ड्राइवर जगनन्दन पाल चला रहा था। औरैया जिले में एंट्री करते ही दोपहर 2:30 से 2:45 बजे के बीच एक सफेद रंग की स्कार्पियो गाड़ी के पास खड़े चार लोगों ने हाथ देकर गाड़ी रुकवा ली। गाड़ी रोकने वालों में दो व्यक्ति सादे कपड़े पहने थे, जबकि एक व्यक्ति दरोगा की वर्दी पहने था और पिस्टल लगाए था। एक सिपाही की वर्दी पहने था। कांस्टेबल के हाथ में कार्बाइन थी।
उन लोगों ने ड्राइवर से कहा- अपनी आईडी दिखाओ। फिर नीचे उतारकर खड़ा कर दिया। मेरे भाई रवि और भाभी को भी कार से नीचे उतार दिया। मैं भी गाड़ी से उतरकर खड़ा हो गया। इसके बाद उन लोगों ने गाड़ी की तलाशी ली। गाड़ी में दो बैग रखे हुए थे, जिसमें चांदी के 30 टुकड़े थे। उन्होंने दोनों बैग उठाकर अपनी गाड़ी में रख लिए ।
ड्राइवर से कहा कि गाड़ी में बैठो तो ड्राइवर उनकी गाड़ी स्कार्पियो में बैठ गया। ड्राइवर ने बताया कि स्कार्पियो वहां से चली गई। कुछ दूर आगे आगे बसंत पेट्रोल पंप पर तेल डलवाया। कुछ समय रुकने के बाद ड्राइवर को उतार दिया और गाड़ी औरैया की तरफ चली गई। ड्राइवर को सभी लोगों के मोबाइल वापस कर दिए।
इसके बाद मैं गाड़ी लेकर अपने मामा के घर औरैया पहुंचा। कुछ देर बात ही मेरा ड्राइवर जगननन्दन भी मेरे मामा के घर पहुंचा। फिर उसने पूरी कहानी बताई। इसके बाद औरैया कोतवाली में लूट की एफआईआर दर्ज कराई।
एसपी औरैया चारू निगम ने बताया कि वारदात के बाद पुलिसकर्मियों ने बसंत पेट्रोल पंप तेल डलवाया था। सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए तो इससे साफ हो गया कि कानपुर देहात भोगनीपुर थाना प्रभारी ने अपनी टीम के दरोगा चिंतन कौशिक और दो सिपाहियों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
इसके बाद पूरे मामले की जानकारी कानपुर के एडीजी जोन आलोक सिंह को दी। एडीजी की सहमति के बाद गुरुवार देर रात एसपी औरैया और एसपी कानपुर देहात ने छापेमारी करके लूट करने वाले थानेदार और दरोगा को अरेस्ट कर लिया। जबकि फरार सिपाहियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात बीबीजीटीएस मूर्ति ने तत्काल इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह और दारोगा चिन्तन कौशिक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। वहीं इंस्पेक्टर का कारखास सिपाही रामशंकर यादव फरार हो गया है। औरैया पुलिस ने दोनों पुलिसकर्मियों को अपनी हिरासत में ले लिया है। वहीं फरार हेडकांस्टेबल की तलाश शुरू कर दी है।
सीओ बनने का सपना टूटा
इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह कानपुर नगर में भी तैनात रहे चुके हैं। इस दौरान वह कई थानों में प्रभारी रहें। उन्होंने बिधनू, सचेंडी, गोविंद नगर, काकादेव और बिठूर जैसे थानों में चार्ज संभाला। वर्तमान में कानपुर देहात जनपद में उनकी तैनाती थी। यहां भी कई जगह तैनात रहे और इन दिनों भोगनीपुर थाना प्रभारी का कार्यभार देख रहे थे।
उनकी वरिष्ठता के चलते ही जल्द उनकी पदोन्नति क्षेत्राधिकारी के पद पर होनी वाली थी। इसके पहले ही इनके इस सपने को नजर लग गई और एक बड़ी लूट की घटना का माल इंस्पेक्टर के कमरे में बरामद हो गया। पुलिस अधीक्षक बीबीटीएस मूर्ति ने बताया कि इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह वरिष्ठ पुलिस कर्मियों की सूची में शामिल हैं। उनका जल्द ही प्रमोशन होने वाला था।
सुर्खियों में रहा कानपुर देहात
कई दिनों से कानपुर देहात सुर्खियों में बना हुआ है। जहां एक तरफ जिला प्रशासन किसी न किसी मामले में चर्चा में रहता है तो वहीं यहां का पुलिस महकमा भी किसी न किसी मामले में सुर्खियों में बना हुआ है। बीते दिनों यहां पर पुलिस कस्टडी में हुई युवक की मौत, अतिक्रमण गिराने के दौरान मां-बेटी की मौत ने भी पूरे प्रदेश में राजनीति को गर्म कर दिया था।