नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार का गम कांग्रेस अभी तक नहीं पचा पाई है। कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने बुधवार को मीडिया से कहा है कि हरियाणा में हम लोग विधानसभा चुनाव की जीती हुई बाजी हार गए। अगर जीतते तो बात कुछ अलग होती। लेकिन, हम लोग जीती हुई बाजी हार गए। इसलिए यह सभी के लिए जरूरी है कि हम क्यों हारे, हार के क्या कारण रहे होंगे। इस पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए। दरअसल, नई दिल्ली में बुधवार को हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी हरि प्रसाद की अगुवाई में एक बैठक बुलाई गई थी। बैठक में हरियाणा से जुड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। इस बैठक के बाद न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि आज की बैठक में कुछ नेता मौजूद थे।
हरियाणा प्रभारी आने वाले दिनों में अन्य सभी वरिष्ठ नेताओं से मिलकर पार्टी के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह बैठक संगठन पर चर्चा, उसे मजबूत करने को लेकर थी। इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चा नहीं हुई। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए एक चिंता की बात यह है कि संगठन का अभाव हरियाणा में वर्षों से है। आज की बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा की गई है। बता दें कि नई दिल्ली में हुई बैठक में कांग्रेस सिर्फ हरियाणा विधानसभा चुनाव ही नहीं, बल्कि दिल्ली, महाराष्ट्र चुनाव पर भी चर्चा कर रही है। हरियाणा, दिल्ली के बाद महाराष्ट्र में भी संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए पार्टी बदलाव करने का मन बना रही है। ऐसे में कुछ लोगों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भविष्य में दी जा सकती है। हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम चल रहा है। हालांकि, कहा जा रहा है कि कांग्रेस इस बार किसी नए चेहरे को मौका दे सकती है।