कुवैत /नयी दिल्ली- कुवैत के मंगफ़ क्षेत्र में एक श्रमिक आवासीय परिसर में आज एक अग्निकांड में लगभग 40 भारतीयों की मौत हो गई और 50 से अधिक जख्मी हुए हैं।
विदेश मंत्रालय के अनुसार कुवैत स्थित भारतीय दूतावास संबंधित कुवैती अधिकारियों और कंपनी से पूरी जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रहा है। सरकार ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि घायल लोग वर्तमान में कुवैत के 05 सरकारी अस्पतालों (अदान, जाबेर, फरवानिया, मुबारक अल कबीर और जहरा अस्पताल) में भर्ती हैं और उन्हें उचित चिकित्सा देखभाल और ध्यान दिया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, भर्ती किए गए ज्यादातर मरीजों की हालत स्थिर है।
घटना के बाद, कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वाइका ने भारतीय नागरिकों का पता लगाने के लिए तुरंत घटना स्थल और अस्पतालों का दौरा किया। दूतावास के अधिकारी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घायल हुए भारतीय नागरिकों की सहायता के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कायम किया है और हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। भारतीय राजनयिकों को कुवैती अधिकारियों से पूरा सहयोग मिल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह मृतकों के पार्थिव शरीर के शीघ्र स्वदेश लाने के साथ-साथ घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए तुरंत कुवैत के लिए रवाना हो चुके हैं।
कुवैत में भारतीय दूतावास प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में बना हुआ है। दूतावास ने परिवार के सदस्यों से संपर्क करने के लिए एक हेल्पलाइन +965-65505246 (व्हाट्सएप और नियमित कॉल) स्थापित की है। हेल्पलाइन के माध्यम से नियमित अपडेट प्रदान किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर ने इस हादसे पर गहरा दुख और संवेदना व्यक्त की है तथा कहा कि कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बराबर नजर रखे हुए है। कुवैत में भारतीय राजनायिक मिशन के अधिकारी वहां के प्रशासन के साथ मिलकर प्रभावित लोगों की सहायता में जुटे हुए हैं।
श्री मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर शोक संदेश में कहा, “कुवैत सिटी में आग लगने की घटना दुखद है। मेरी संवेदना उन लोगों के साथ जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं घायलों की शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूँ। कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर निरंतर निगाह रखें हुए है और स्थानीय अधिकारियों के साथ प्रभावित लोगों की मदद में जुटा है।”
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। डॉ. जयशंकर ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया, “कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है। बताया जा रहा है कि आग लगने से 40 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 50 से अधिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमारे राजदूत राहत शिविर में गये हैं और हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित लोगों को पूरी सहायता प्रदान करेगा।”
कुवैत सरकार के अनुसार स्थानीय अधिकारियों को उस बहुमंजिला इमारत में आग लगने की सूचना सुबह छह बजे दी गई और आग लगने के कारण की जांच चल रही है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस इमारत में एक ही कंपनी के लगभग 160 कर्मचारी रहते थे और आग इमारत के एक रसोईघर में लगी और देखते ही देखते तेजी पूरी इमारत में फैल गयी।
कुवैत के सुरक्षा अधिकारी मेजर जनरल ईद रशीद हमाद ने आग लगने की पुष्टि की है।
कुवैती स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि आग से घायल लगभग 43 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से चार ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
कुवैत में भारतीय राजदूत अल-अदान ने घायलों के उपचार करने वाले अस्पताल का दौरा किया, जहां अभी 30 से अधिक भारतीय श्रमिकों का इलाज चल रहा है। अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि सभी घायलों की हालत स्थिर है।
इस भयावह त्रासदी पर कुवैत में भारतीय दूतावास ने आग से प्रभावित भारतीय श्रमिकों के लिए एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराया है। किसी भी तरह की जानकारी और सहायता के लिए +965-65505246 नंबर उपलब्ध कराया गया है। दूतावास ने घटना से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
कुवैत स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया, “अल-मंगफ इमारत में लगी आग वास्तव में एक आपदा है और इस तरह की घटना कंपनी मालिकों और भवन मालिकों के लालच और महत्वाकांक्षा का परिणाम है।”
कुवैत के गृह मंत्रालय (आंतरिक मंत्रालय) ने इमारत के नियमों के उल्लंघनों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “हमने जांच पूरी होने तक कंपनी के मालिक, इमारत के मालिक और उसके गार्ड को हिरासत में रखने का आदेश दिया। इमारत के नियमों को ताक में रखने वाले मालिकों को नियमों का पालन करने के लिए कल सुबह तक की समय दिया गया है उसके बाद बिना किसी नोटिस के कार्रवाई की जा सकती है।”
स्थानीय समाचार पोर्टल अल के मुताबिक अल-मंगफ क्षेत्र में छह मंजिला श्रमिकों के आवास भवन में भीषण आग लगने से अधिकतर लोगों घायल, झुलसने और
कुवैत की समाचार एजेंसी कुना की एक रिपोर्ट में इस घटना में मरने वालों की संख्या 35 बताई गई है और 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
कुवैत के गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से दी गई कुछ रिपोर्टों मेें कहा गया है कि ज्यादातर मौतें दम घुटने के कारण हुई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इमारत के भूतल से शुरू होकर देखते ही देखते पूरी इमारत में फैल गयी और उसमें रहने वाले लोग बाहर निकालने के लिए आपातकालीन रास्ते का प्रयोग नहीं कर सके।
घायलों को अल-अदन और अल-जहरा अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुवैत के पहले उप प्रधानमंत्री एवं रक्षा तथा गृह मामलों के मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ ने कहा कि इमारत के मालिक को हिरासत में लिया जायेगा और जांच की जायेगी।
उन्होंने कहा कि यह वास्तव में हादसा है इसमें 41 लोगों की मौत हो गयी है।