नोएडा। बेरोजगार युवकों को नौकरी देने के नाम पर उन्हें बुलाना और फिर उनसे लूटपाट करवाना यह काम था लेडी डॉन का। एक महीने से फरार चल रही लेडी डॉन को पुलिस ने गिरफ्तार उसके साथी समेत गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों पर 20-20 हजार का इनाम रखा गया था।
आरोपियों ने 30 जून को सेक्टर 76 में एक इंजीनियर से इन्होंने क्रेटा कार, नगदी और ज्वैलरी लूटी थी। इस मामले में तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे। पकड़े गए लेडी डॉन की पहचान शाहजहांपुर निवासी मनस्वी शुक्ला उर्फ गुनगुन उर्फ तारा और इटावा निवासी अमित कुमार उपाध्याय के रूप में हुई है।
डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया कि 30 जून की रात लेडी डॉन तारा ने अपने साथियों के साथ मिलकर सेक्टर 76 स्थित आम्रपाली प्रेसले सोसायटी निवासी इंजीनियर अनमोल मित्तल से गन प्वाइंट पर क्रेटा कार लूटी थी। अनमोल को इन बदमाशों ने शहर में घुमाया था और चेन, मोबाइल और कैश भी लूटा था। उस वक्त इंजीनियर अपनी कार से खाना पैक कराने मार्केट आए थे।
बदमाश इंजीनियर को सड़क के किनारे फेंक कर फरार हो गए थे। इंजीनियर की शिकायत के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। 2 जुलाई को पुलिस ने मुठभेड़ में तीन बदमाशों नवीन, उमेंद्र बहादुर सिंह और शिवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। तारा गिरोह की मास्टरमाइंड है और नोएडा से भागकर उसने दिल्ली उत्तराखंड और महाराष्ट्र के कई शहरों में शरण ली थी।
दरअसल लेडी डॉन तारा की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से हुई है। उसने नोएडा में कंपनी खोली थी। इसमें उसे नुकसान हो गया। इसके बाद उसने साथी संग मिलकर प्लेसमेंट एजेंसी खोली। जहां लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करती थी। नौकरी में आने वाले कुछ लोगों को खुद ही ऑफर देकर उसने बदमाश कंपनी बना ली। इसके बाद लूट की वारदात करने लगी।