गाजीपुर। गाजीपुर जिले में फर्जी आय प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। जिलाधिकारी आईएएस आर्यका अखौरी ने इस घोटाले में लिप्त 7 लेखपालों को निलंबित कर दिया है। साथ ही, मामले में शामिल 5 संविदा कंप्यूटर ऑपरेटरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने गाजीपुर की सदर, जमानिया, जखनिया, सैदपुर और कासिमाबाद तहसील के तहसीलदारों से इस प्रकरण में स्पष्टीकरण मांगा है। इसके अलावा मुख्य विकास अधिकारी (CDO) के स्टेनो का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी आय प्रमाण पत्र जारी किए गए थे। इन प्रमाणपत्रों के आधार पर शिक्षकों, पुलिसकर्मियों, प्रधानों, कोटेदारों, व्यवसायियों और जवानों के परिजनों को लाभ दिलाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने जांच के आदेश दिए थे।
जांच में सामने आया कि पात्रता की शर्तों को नजरअंदाज करते हुए नियमों के विरुद्ध आय प्रमाण पत्र बनाए गए, जिससे असली पात्र अभ्यर्थी वंचित रह गए।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार और अनियमितता में लिप्त किसी भी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि भविष्य में यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी इस तरह की लापरवाही या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।