प्रसिद्ध धारावाहिकों ‘भाबीजी घर पर हैं’, ‘हप्पू की उलटन-पलटन’, ‘जीजा जी छत पर’ और ‘मैडम मैं आइ कम इन’ के लेखक मनोज संतोषी का निधन हो गया है। वह लंबे समय से लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे। इलाज के लिए उन्हें हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उन्होंने बीती रात अंतिम सांस ली। मनोज संतोषी का पार्थिव शरीर आज देर रात हैदराबाद से बुलंदशहर के रामघाट ले जाया जाएगा।
मनोज संतोषी का जन्म 1976 में बुलंदशहर के गंगा किनारे स्थित कस्बा रामघाट में हुआ था। बचपन में वह एक गायक बनना चाहते थे और इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने मुंबई का रुख किया। मुंबई में उनकी मुलाकात एक लेखक से हुई, जिससे प्रेरित होकर उन्होंने लेखक बनने का निर्णय लिया। मनोज के निधन से मनोरंजन उद्योग में शोक की लहर है। उनके साथ काम करने वाले कई सितारों, जैसे कि कविता कौशिक और सौम्या टंडन, ने सोशल मीडिया पर अपने शोक संदेश व्यक्त किए हैं। उनका अचानक जाना टीवी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी क्षति है।
मनोज संतोषी सिर्फ ‘भाबी जी घर पर हैं’ तक सीमित नहीं थे, बल्कि उन्होंने कई पॉपुलर सिटकॉम्स की स्क्रिप्ट लिखी। इनमें ‘हप्पू की उलटन पलटन’, ‘जीजाजी छत पर हैं’, ‘मे आई कम इन मैडम?’, ‘तेरा मेरा टेढ़ा मेढ़ा’, ‘लगे रहो चाचू’ और ‘मैडम की पाठशाला’ जैसे शो शामिल हैं। उनके लेखन की खासी पहचान थी, जो दर्शकों को खूब हंसी और मनोरंजन देती थी। इसके अलावा, उन्होंने ‘होटल ब्यूटीफुल’ और ‘तेरा मेरा टेढ़ा मेढ़ा’ जैसे शो में अभिनय भी किया था, जहां उन्होंने अपनी अभिनय क्षमता भी दिखाई। मनोज का योगदान भारतीय टेलीविजन इंडस्ट्री में हमेशा याद किया जाएगा।