गाजियाबाद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए 22 जिलों में आज वकील हड़ताल पर रहेंगे। बीते 5 दशक से हाई कोर्ट बेंच स्थापना की मांग पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रही है। इसको लेकर वकील अक्सर हड़ताल और प्रदर्शन करते रहते हैं। वकीलों का कहना है की इलाहाबाद हाईकोर्ट की दूरी बहुत ज्यादा है और वहां पर 70 प्रतिशत मामले पश्चिमी उत्तरप्रदेश के ही है। फिर भी सरकार हाईकोर्ट बेंच की स्थापना पर कोई विचार नहीं कर रही है।
हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति की महत्वपूर्ण बैठक आज यानी शनिवार सुबह 11 बजे से गाजियाबाद कचहरी परिसर में होगी। इसमें आंदोलन की अगली रणनीति तैयार होगी। इस बैठक में 22 जिलों के प्रमुख बार पदाधिकारी भी शामिल होंगे। समिति के संयोजक विनोद कुमार चौधरी ने बताया, हाईकोर्ट बेंच मांग के लिए मेरठ से दिल्ली तक वकील पदयात्रा निकालने की तैयारी में हैं। आज होने वाली बैठक में इस संबंध में कुछ ऐलान हो सकता है। पश्चिमी यूपी में हाईकोर्ट बेंच की मांग करीब पांच दशक पुरानी है। इसके समर्थन में 22 जिलों के अधिवक्ता हर सप्ताह शनिवार को हड़ताल भी करते हैं।
वकीलों का कहना है कि मेरठ से प्रयागराज की दूरी करीब 700 किलोमीटर है। अधिवक्ताओं के मुताबिक, प्रयागराज हाईकोर्ट में करीब 12 लाख केस पेंडिंग हैं। इसमें 70 फीसदी से ज्यादा केस सिर्फ पश्चिमी यूपी के हैं। उसकी वजह ये है कि वकीलों और वादियों को हाईकोर्ट जाने में असुविधा होती है। अगर पश्चिमी यूपी में हाईकोर्ट की बेंच बन जाती है, तो लोगों को सस्ता और सुलभ न्याय मिलेगा।