भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की आहट तेज है। इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई घोषणाएं कर रहे हैं, जो कांग्रेस के लिए मुसीबत का सबब बन रही है। यही कारण है कि कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने मुख्य चुनाव आयुक्त को खत लिखा है।
उन्होंने घोषणाओं को प्रलोभन करार देते हुए रोक लगाने की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है, राज्य में चुनाव नवंबर माह में होना संभावित है। सत्ताधारी दल भाजपा ने 39 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर चुनाव की तैयारियां प्रारंभ कर दी है।
इस समय किसी भी प्रकार की घोषणा किया जाना सीधे-सीधे मतदाताओं को प्रलोभन देने की श्रेणी में आएगा, जो चुनाव आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है।
नेता प्रतिपक्ष ने अपने पत्र में आगे लिखा कि प्रदेश सरकार को आगामी समय में किसी भी प्रकार की नवीन घोषणा नहीं करने के संबंध में चुनाव आयोग की तरफ से निर्देशित किया जाए ताकि निष्पक्ष और पूर्ण पारदर्शिता से चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराई जा सके।
ज्ञात हो कि राज्य सरकार विभिन्न वर्गों के लिए न केवल योजनाओं की घोषणा कर रही है बल्कि सीधी सौगात भी दे रही है। सरकार की इस पहल ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है। यही कारण है कि नेता प्रतिपक्ष ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।