बुढ़ाना, 5 जनवरी। क्षेत्र के गांव दुर्गनपुर के जंगल में फिर से तेंदुआ दिखाई देने से ग्रामीणों और किसानों में दहशत फैल गई है। तेंदुआ किसानों के बीच से गुजरकर पेड़ पर चढ़ गया, जिससे लोग समूह में खेतों में आवाजाही कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से तेंदुआ ने भेड़, बकरियों, कुत्तों और नील गाय को अपना शिकार बनाया है।
क्षेत्र के गांव कमरुद्दीननगर, दुर्गनपुर, राजपुर, परासौली, हरियाखेड़ा के आसपास के जंगल में किसानों को एक माह से ज्यादा समय से तेंदुआ का परिवार घूमता दिखाई दे रहा है। सूचना पर वन विभाग की टीम लगातार जंगल में गश्त कर रही है। शुरू में जंगल में मिले पैरों के निशान को देखकर वन विभाग ने जंगली बिल्ली बताया था, लेकिन बाद में तेंदुआ परिवार देखे जाने की पुष्टि की। वन विभाग ने बताया कि दो वयस्क और तीन शावक इलाके के जंगल में मूवमेंट कर रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार तेंदुआ अब तक दस से अधिक भेड़ और बकरियों को शिकार बना चुका है। भेड़-बकरियां चराने वालों ने भी उस तरफ जाना बंद कर दिया है। तेंदुओं ने कुत्तों को भी अपना शिकार बनाया है।
दुर्गनपुर गांव के जंगल में विजयपाल पुत्र चंद्रभान, टीटू पुत्र साधू और रवि पुत्र रनवीर के खेतों में नील गाय के अवशेष मिले। खेतों में काम करने वाले भी समूह बनाकर खेतों में जा रहे हैं। शनिवार शाम आम के बाग में काम कर रहे लोगों के बीच से गुजरकर तेंदुआ पेड़ पर चढ़ गया, जिससे काम कर रहे लोग वहां से भाग निकले। वन दारोगा अंशीलाल ने बताया कि टीम बनाकर जंगल में लगातार गश्त की जा रही है और लोगों को समझाया जा रहा है कि वे समूह बनाकर ही खेत में जाएं।