गाजियाबाद। टांसपोर्टर ने सऊदी अरब की मुद्रा रियाल खरीदने के चक्कर में 2.24 लाख रुपये गंवा दिए। जालसाज ने उन्हें कम रुपये में 17 लाख कीमत के रियाल देने का झांसा दिया। इसके बाद पीड़ित को 27 दिसंबर को शालीमार गार्डन बुलाया। फिर आठ गुना फायदे का लालच देकर लाखों रुपये ठग लिए। जालसाज ने जिस बैग में रियाल भरे होने की बात कही उसमें रद्दी भरी मिली। पीड़ित की तहरीर पर 28 दिसंबर की रात पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
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कासगंज के सोनगढ़ी स्थित ग्राम नगररते निवासी संजय यादव की ओला कंपनी में गाड़ियां चलती हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी एक गाड़ी के चालक हरीश ने उन्हें सऊदी अरब की मुद्रा रियाल की कम दाम में बिक्री करने वाले व्यक्ति के बारे में बताया। चालक की बातों में आकर वह अपने कासगंज निवासी दोस्त प्रदीप और हरीश के साथ चालक के पास पहुंचे। तब चालक ने यह भी बताया कि वह 23-24 दिसंबर में विक्रेता से मुलाकात कर चुका है।
पीड़ित की जालसाज से बात आगे बढ़ी तो जालसाज ने उन्हें शालीमार गार्डन के भारत माता चौक पर रुपये लेकर बुलाया। 27 दिसंबर की दोपहर संजय, प्रदीप और हरीश जालसाज की बताई जगह पर पहुंचे। वहां पहले से मौजूद जालसाज से बातचीत की और उसे 2.24 लाख रुपये दे दिए। जालसाज ने पीड़ितों को यह भी बताया कि जो रियाल वह 2.24 लाख रुपये में बेच रहा है उसकी भारतीय मुद्रा में असल कीमत 17 लाख रुपये है।
आठ गुना मुनाफे का लालच देख पीड़ितों ने न तो सवाल-जवाब किए और न ही मौके पर जालसाज के दिए बैग को चेक किया। जालसाज के जाने के बाद जब बैग देखा तो उसमें विदेशी मुद्रा के केवल दो नोट थे बाकी पूरी रद्दी भरी थी। इसके बाद से न तो कार चालक हरीश का कुछ पता है और न ही जालसाज का।