मेरठ। राजमिस्त्री इंदुशेखर हत्याकांड को लेकर बुधवार को होने वाली अनुसूचित जाति की महापंचायत स्थागित हो गई है। जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार की मांगों को पूरा करने के लिए 20 दिन का समय मांगा है।
महापंचायत स्थागित होने की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल की गई, ताकि कमिश्नरी पर लोग एकत्र न हो। एडीएम सिटी बृजेश सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार और अनुसूचित जाति के जिम्मेदार लोगों के साथ वार्ता के बाद महापंचायत स्थागित करने पर सहमति बनी है।
इंचौली के साधारणपुर गांव निवासी इंदुशेखर की हत्या परीक्षितगढ़ के धनपुर गांव में हुई थी। इस मामले में सात आरोपी जेल में बंद है, जबकि दो आरोपी फरार हैं। इसे लेकर अनुसूचित जाति के जिम्मेदार लोगों ने 10 जनवरी को कमिश्नरी पार्क में महापंचायत का एलान किया था। इसे लेकर पुलिस-प्रशासन में खलबली थी।
सोमवार को भी एडीएम सिटी और एसपी देहात ने इंदुशेखर के बेटे वंश, मेरठ कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. सतीश प्रकाश सहित कई लोगों से वार्ता कर महापंचायत स्थागित करने की बात रखी थी। मंगलवार सुबह कैलाशपुरी स्थित कुमार आश्रम में पूर्व विधायक विनोद हरित, नरेंद्र खजूरी, प्रोफेसर डॉ. सतीश प्रकाश, वंश सहित 200 लोगों की पंचायत हुई। उसके बाद उक्त सभी जिम्मेदार लोग एडीएम सिटी के कार्यालय पहुंचे।
वंश ने एडीएम सिटी और एसपी देहात के सामने अपनी दो मांगें रखीं। कहा, जिस मकान को उनके पिता इंदुशेखर ने बनाया है, जिसको लेकर उनकी हत्या हुई। उक्त मकान का ध्वस्तीकरण कराया जाए। नामजद फरार दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। जिस पर अधिकारियों ने दोनों मांगें 20 दिन में पूरा करने का आश्वासन दे दिया। उसके बाद महापंचायत स्थागित करने का निर्णय लिया गया।