शामली। किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की एक महापंचायत लिसाढ़ गांव में हुई। महापंचायत में पंजाब के साथ-साथ यूपी के किसानों के हितों को लेकर भी गहनता से विचार—विमर्श हुआ। इसके साथ ही कई अहम फैसले भी लिए गए, जिसको लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं।
शनिवार को वर्तमान में जारी किसान आंदोलन को लेकर लिसाढ़ गांव में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की एक महापंचायत संगठन के संरक्षक व गठवाला खाप के चौधरी बाबा राजेंद्र सिंह मलिक की अध्यक्षता में हुई। पंचायत में यूपी के विभिन्न जिलों से पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें घंटों की गहन मंत्रणा के बाद पंजाब के किसानों के आंदोलन को लेकर अहम फैसले लिए गए। बाबा राजेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि किसान 20 फरवरी को संगठन के जिलाध्यक्षों के नेतृत्व में यूपी के सभी जिलों मुख्यालयों पर पंजाब के किसानों की सुनवाई के लिए प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारियों को सौंपेंगे।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही संगठन का प्रतिनिधिमंडल आंदोलन में शामिल पंजाब के किसानों संगठनों के पदाधिकारियों से भी मिलेगा। प्रतिनधिमंडल पंजाब के संगठनों के आंदोलन में यूपी के किसानों की मांग शामिल करने की मांग को रखेगा। यदि पंजाब के किसानों ने यूपी के किसानों की मांगों को भी आंदोलन में शामिल किया, तो भाकियू अराजनैतिक संगठन भी आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली बार्डर के लिए कूच करेगा।
फिलहाल गठवाला खाप में हुई इस अहम महापंचायत के बाद भाकियू अराजनैतिक के पदाधिकारियों ने आगे की कार्य योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है।