गाजियाबाद। महाशिवरात्रि का पर्व बुधवार को है। ऐतिहासिक श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में सोमवार से भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। मंगलवार को भी पूरा दिन मंदिर परिसर दूधेश्वर के जयकारों से गूंजता रहा। भगवान के जलाभिषेक का सिलसिला निरंतर जारी है। भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना के लिए भक्त पहुंच रहे हैं। मंदिर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि पर्व का बहुत अधिक महत्व है।
मुज़फ्फरनगर में एसपी ने ली डीजे संचालकों की बैठक, डीजे की ऊंचाई और आवाज पर दिए निर्देश
पर्व भगवान शिव का व्रत रखकर उनकी पूजा.अर्चना करने व जलाभिषेक करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। जिससे जीवन सुख-समृद्धि व खुशहाली से भर जाता है। महाशिवरात्रि पर दूधेश्वर भगवान की पूजा-अर्चना व जलाभिषेक से हर प्रकार का कष्ट दूर होता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इसी कारण मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों का सैलाब उमड़ता है। आज रात्रि 12 बजे वे भगवान दूधेश्वर का प्रथम अभिषेक करेंगे। तत्पश्चात भक्तों के जलाभिषेक का सिलसिला प्रारंभ हो जाएगा।
मन्दिर के मुख्य द्वार पर भगवान शिव का जागरण भी होगा। मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि जागरण का श्रीगणेश महाराजश्री के ज्योत प्रचंड से होगा। प्रातःकाल 3.30 बजे से 4.30 तक भव्य श्रृंगार व आरती होगी। सायंकाल 5.45 से रात्रि 7 बजे तक मंदिर की श्रृंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल व समस्त समिति के सदस्यों द्वारा भगवान दूधेश्वर का श्रृंगार किया जाएगा। प्रथम भोग प्रसाद के रूप में 108 प्रकार के व्यंजन भगवान दूधेश्वर को अर्पित किये जाएंगे। भगवान दूधेश्वर का जलाभिषेक 25 फरवरी की मध्य रात्रि 12 बजे से लेकर 26 की रात्रि 12 बजे तक चलेगा। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के पावन सानिध्य व अध्यक्षता में भगवान दूधेश्वर का अष्टप्रहर रूद्राभिषेक पूजन होगा।
मुज़फ्फरनगर में चोरों के हौंसले बुलंद, शिव मंदिर पर चोरों ने बोला धावा, दानपात्र तोड़कर नकदी की चोरी
प्रथम प्रहर प्रातःकाल 6 बजे से 7.30 बजे तक, द्वितीय प्रहर 8 बजे से 9.30 बजे तक, तृतीय प्रहर 10 बजे से 11.30 बजे तकए चतुर्थ प्रहर 12 बजे से 1.30 बजे तक, पंचम प्रहर 2 बजे से 3.30 बजे तक, षष्ठम प्रहर 4 बजे से 5.30 बजे तक, सप्तम प्रहररात्रि 8 बजे से 10 बजे तक व अष्टम प्रहर 10 बजे से 12 बजे तक होगा। अष्ट प्रहर रूद्राभिषेक पूजन श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय के आचार्य एवं विद्यार्थियों द्वारा कराया जाएगा।
आज रात्रि 9 बजे भगवान देवाधिदेव महादेव बाबा की शिव बारात भी निकाली जाएगी। शिव बारात दूधेश्वर चौक जस्सी पुरा से शुरू होगी, जिसमें सभी देवी-देवता शामिल होंगे। भगवान शिव के गण ढोल नगाडे के साथ नाचते गाते हुए चलेंगे। शिव बारात रात्रि 11.30 बजे दूधेश्वर मन्दिर पहुचेंगीए जहां भगवान शिव व माता पार्वती की जयमाला होगी। महाशिवरात्रि पर्व के लिए मंदिर को विभिन्न प्रकार के फूलों व रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।