मुरादाबाद। सपा प्रत्याशी रुचि वीरा को एक रैली के दौरान भड़काऊ बयान देना महंगा पड़ गया है। रुचि वीरा और सपा के 5 नेताओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कया गया है। उन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और ऐसे भाषण देकर लोगों को भड़काने का आरोप है।
इस मामले में मुगलपुरा थाने में एसआई अरफान ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर में कहा गया है कि जनसभा में किसी प्रकार की अव्यवस्था न फैले, इसके लिए बैरिकेडिंग की गई थी। लेकिन रुचि वीरा के समर्थकों ने उसे तोड़ने का प्रयास किया। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाते हुए सरकारी कार्य में बाधा डालने की कोशिश की और भड़काऊ बयान दिया।
जानकारी के मुताबिक मुगलपुरा क्षेत्र के जीआईसी मैदान में रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की रैली होनी थी। लेकिन खराब मौसम के कारण वह पहुंच नहीं सके। इस दौरान मंच पर मौजूद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता जनता को संबोधित कर रहे थे। तभी मुरादाबाद से सपा-कांग्रेस गठबंधन की प्रत्याशी कुर्सी से उठीं और माइक पर आकर कुछ ऐसा कह दिया कि अब उन पर केस दर्ज हो गया है।
ये दिया था भड़काऊ बयान
रुचि वीरा ने कहा था कि पुलिस अधिकारी कार्यकर्ताओं को सभा स्थल में आने से रोक रहे हैं। जो लोग यहां मौजूद हैं, उन्हें भगाया जा रहा है। शहर के बाहर बसों को रोका जा रहा है। पुलिस अधिकारी और कर्मचारी अपनी औकात में रहें। वे भाजपा के लिए काम करना बंद कर दें। इस दौरान रुचि वीरा ने ये भी कहा कि मुरादाबाद से चुनाव जीतने के बाद वह यहां भेड़िए का शिकार भी करेंगी। इस दौरान मंच पर मौजूद नेताओं ने भी उनका समर्थन किया था।