कोलकाता। भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल की विधायक अग्निमित्रा पॉल ने शनिवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी, तृणमूल कांग्रेस समेत कई अहम मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए। ममता बनर्जी की ओर से इंडिया गठबंधन को संभालने के बयान पर अग्निमित्रा पॉल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ममता बनर्जी को पहले बंगाल को संभालने की कोशिश करनी चाहिए, फिर इंडी अलायंस का नेतृत्व करने की बात सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी और उनके गठबंधन के नेताओं ने 2024 में सत्ता हासिल करने का सपना देखा था, लेकिन वह पूरी तरह से असफल हो गए।
महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में इंडी अलायंस की हार को पॉल ने स्पष्ट रूप से भाजपा की जीत के रूप में देखा और कहा कि भारतवासी अब इस गठबंधन को नकार चुके हैं। टीएमसी विधायक महुआ मोइत्रा पर लगे गुटबाजी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि यह मुद्दा तृणमूल पार्टी का आंतरिक मामला है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि महुआ मोइत्रा पहले भी विवादों में रही हैं, जैसे कि मां काली पर उनके बयान को लेकर। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले में कोई कड़ा कदम नहीं उठाया गया। अग्निमित्रा पॉल ने भाजपा सांसद ज्योतिर्मय महतो द्वारा बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस से नोबेल शांति पुरस्कार वापस लेने के लिए नोबेल समिति को लिखे गए पत्र का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से कह रहे हैं कि मोहम्मद यूनुस को शांति का नोबेल पुरस्कार नहीं मिलना चाहिए, क्योंकि उनके रहते बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार हुआ है।
पूर्वोत्तर के विकास को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का समर्थन करते हुए अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि पीएम मोदी का यह बयान पूरी तरह से सही है। उन्होंने बताया कि पहले पूर्वोत्तर के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन मोदी सरकार ने पिछले दस सालों में इस क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य किए हैं। खासकर पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में इस क्षेत्र में विकास को लेकर गर्व महसूस किया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की ओर से बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों पर केंद्र सरकार से कार्रवाई करने की मांग किए जाने पर उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस यह कैसे कह सकती है कि केंद्र ने कुछ कदम नहीं उठाए हैं?
विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों की निंदा की है। यह मुद्दा गंभीर है और इसे ध्यान से हल किया जाएगा। तमिलनाडु में धार्मिक भेदभाव को लेकर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि अगर सीएम स्टालिन कहते हैं कि उनके रहते तमिलनाडु में धार्मिक भेदभाव नहीं होगा, तो उनका बेटा क्या कह रहा है? उनके बेटे ने सनातन धर्म के खिलाफ बयान दिया था, तो पहले परिवार को ठीक करें। सनातन धर्म को खत्म करना किसी के वश की बात नहीं है।