नई दिल्ली। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पश्चिम बंगाल में जंगलराज होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य की ममता सरकार बलात्कारियों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है और मुख्यमंत्री को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जंगल राज चल रहा है। ममता सरकार पुलिस व्यवस्था को कमजोर कर बलात्कारियों को संरक्षण दे रही है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हमारी जनजातीय बहनों- खासकर हिंदू बहनों के साथ टीएमसी के गुंडे दिनदहाड़े शोषण और बलात्कार कर रहे हैं और सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिला होने के बावजूद मूकदर्शक बनी हुई हैं और ये बहुत ही चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि एक महिला होने के बावजूद ममता बनर्जी महिलाओं का दर्द नहीं समझ पा रही है, पीड़ित महिलाओं का एफआईआर दर्ज नहीं किया जा रहा है और शाहजहां शेख फरार है।
ममता बनर्जी सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए भाटिया ने कहा राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम जब वहां जांच के लिए गई तो उन्हें भी अपना काम नहीं करने दिया गया, इससे पहले ईडी की टीम पर भी हमला किया गया था। हद तो यह हो गई कि जिन महिलाओं का शोषण किया गया, जिनके साथ बलात्कार हुआ, उनके परिजनों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दी गई, ताकि डरा-धमकाकर इस मामले को दबा दिया जाए। ममता बनर्जी ने महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद बंगाल में टीएमसी के गुंडों को महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने की छूट दे रखी है।
उन्होंने संदेशखाली मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश को ममता सरकार के लिए करारा थप्पड़ भी करार दिया। भाजपा प्रवक्ता ने पश्चिम बंगाल में गैरकानूनी तरीके से जबरन जनजातीय समुदाय की जमीने छीने जाने का भी बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ जहां केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जनजातीय समुदाय को मजबूत कर रही है, मुख्यधारा से जोड़ रही है और उनका सशक्तिकरण कर रही है, वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में गैरकानूनी तरीके से जबरन जनजातीय समुदाय की जमीने छीनी जा रही है।
उन्होंने सवाल पूछा कि आखिर ममता बनर्जी को जनजातीय समुदाय, पिछड़े और दलित समाज से इतनी नफरत क्यों है ?
भाजपा ने संदेशखाली की महिलाओं के साथ खड़े होने की बात कहते हुए कहा कि भाजपा अपनी पूरी ताकत से इन हिंदू महिलाओं की लड़ाई लड़ती रहेगी और अगर ममता बनर्जी में थोड़ी सी भी नैतिकता बची हो तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और यह बताया चाहिए कि इस मामले का दोषी शाहजहां शेख कहां है ? कहीं ऐसा तो नहीं है कि उसे अपने सरकारी आवास में ही छिपा कर रखा हो।