कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में केंद्र सरकार के खिलाफ दो दिनों का धरना शुरू किया है। धर्मतल्ला स्थित अंबेडकर मूर्ति के पास बुधवार दोपहर 12:00 बजे से उन्होंने धरना शुरू किया है।
ममता बनर्जी के साथ मंच पर उनके कैबिनेट में मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम,अरूप विश्वास, मंत्री शशि पांजा, चंद्रिमा भट्टाचार्य, डोला सेन, ज्योत्सना मांडी और सायोनी घोष के अलावा पार्टी के अन्य नेता मौजूद हैं। ममता ने इस बात की घोषणा पहले ही कर दी थी कि वह बुधवार से दो दिनों तक केंद्र सरकार के खिलाफ बंगाल को वंचित करने को लेकर धरना देंगी।
ममता बनर्जी का आरोप है कि कुल एक लाख 15 हजार करोड़ रुपये राज्य का केंद्र के पास बकाया है जो कई बार मांगने के बावजूद राज्य को नहीं मिल रहा है। ममता का दावा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 8200 करोड़ रुपये बकाया है जबकि मनरेगा का 7200 करोड़ रुपये अभी तक केंद्र से नहीं मिला है। राज्य से वसूली गई जीएसटी का 2409.96 करोड़ रुपये अभी भी राज्य को उसके हिस्से के तौर पर नहीं मिला है। इसके अलावा चक्रवात यस से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से 4222 करोड़ रुपये मिलने थे जो नहीं मिले। इसी तरह से बुलबुल चक्रवात के लिए 6332 करोड़ और अम्फन के लिए 32 हजार 310 करोड़ रुपये की राशि केंद्र से मिलनी थी जो नहीं दी गई है।
ममता ने कहा है कि कई बार इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की गई लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया है।