ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हाईराइज सोसायटियों से आए दिन लिफ्ट फंसने की घटनाएं सामने आ रही हैं। उचित मेंटनेंस के अभाव में इस प्रकार का हादसा लोगों की परेशानी का कारण बन रहा है। एक तरफ घटना से आक्रोश बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। आए दिन किसी न किसी हाईराइज हाउसिंग सोसायटी में लोग लिफ्ट में फंस रहे हैं।
ताजा मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ईकोविलेज-1 सोसायटी का है। सोसायटी का एक निवासी करीब 20 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा। कड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला जा सका। इस मामले को लेकर सोसायटी में रहने वालों ने नाराजगी जताई है।
सोसायटी के लोगों का कहना है कि इससे पूर्व कई बार सोसायटी के लोग लिफ्ट में फंस चुके हैं। इसके बावजूद लिफ्ट मेंटेनेंस को लेकर रखरखाव प्रबंधन बिल्कुल भी संजीदा नहीं है। रविवार को टावर ए में रहने वाले एक निवासी अपने फ्लैट में जाने के लिए लिफ्ट में सवार हुए थे। अचानक लाइट चली गयी। जिससे लिफ्ट तीसरे फ्लोर पर अटक गई। अलार्म बजाने की कोशिश की, लेकिन किसी से कोई मदद नहीं मिली। पीड़ित व्यक्ति ने अपने मोबाइल से रखरखाव प्रबंधन के कर्मचारियों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क भी नहीं हो सका। व्यक्ति ने लिफ्ट का दरवाजा पीटकर मदद की गुहार लगाई। वहां से गुजर रहे लोगों ने किसी के फंसे होने की आशंका जताते हुए सूचना टावर के नीचे तैनात गार्डों को दी। कड़ी मशक्कत के बाद व्यक्ति को बाहर निकाला जा सका।
सोसायटी के लोगों का आरोप है कि लोगों के लिफ्ट में फंसने की घटनाएं आम हो गई हैं। सोसायटी में 82 टावर हैं। 5 हजार 57 फ्लैट्स पर पजेशन दिया जा चुका है। करीब 48 सौ परिवार रह रहे हैं। सोसायटी में आबादी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन लिफ्ट मेंटेनेंस की तरफ बिल्डर प्रबंधन का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है।