गाजियाबाद। आवास विकास परिषद की रिक्त संपत्तियों को बेचने की जिम्मेदारी अब मार्केटिंग सेल की होगी। गाजियाबाद में आविप की अरबों की संपत्ति है, जो वर्ष 2014 से अब तक नहीं बिक सकी है। मुख्यालय स्तर से गाजियाबाद में मार्केटिंग सेल गठित करने का आदेश जारी हुआ है।
इस संबंध में आवास आयुक्त डाॅ. बलकार सिंह द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। मार्केटिंग सेल के लिए स्टाफ संविदा पर रखे जाएंगे जो प्रत्येक सप्ताहांत में स्टॉल लगाकर आविप की संपत्तियों के लिए ग्राहक तलाशेंगे। मार्केटिंग सेल ग्राहकों के बीच न केवल आविप की संपत्ति की खूबियां बताएंगे बल्कि ग्राहकों को साइट पर भ्रमण भी कराएंगे।
आवास विकास की मंडोला और सिद्धार्थ विहार योजना ही नहीं बल्कि वसुंधरा योजना में बहुत से भूखंड नहीं बिक सके हैं। वर्ष 2014 से अब तक विभाग लगातार इसे बेचने का प्रयास कर रहा है। इस दौरान खरीदार तो नहीं आए लेकिन भूखंडों की कीमत दोगुनी से भी अधिक जरूर हो गई। यह सभी भूखंड 50 मीटर से लेकर एक हजार वर्ग मीटर से अधिक के हैं, जो नहीं बिक पा रहे है। सिद्धार्थ विहार और मंडोला योजना में भी ऐसे भूखंडों की संख्या अधिक है।