Tuesday, May 7, 2024

नोएडा में क्रेटा लूट की मास्टरमाइंड 20 हजार की इनामी युवती प्रेमी संग गिरफ्तार

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नोएडा। इंजीनियर को बंधक बनाकर क्रेटा कार,चेन और नकदी लूटने के मामले में बीते एक माह से फरार चल रही गिरोह की सरगना लेडी डॉन 20 हजार रुपये की इनामी युवती को प्रेमी संग सेक्टर-113 थाने की पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के कब्जे से लूट की चेन, मोबाइल और 20 हजार 200 रुपये की नकदी बरामद हुई है। इस मामले में तीन बदमाशों को पूर्व में मुठभेड़ के दौरान दबोचा जा चुका है। इनामी युवती की पहचान मनस्वी शुक्ला उर्फ श्रुति उर्फ गुनगुन उर्फ तारा के रूप में जबकि उसके पुरुष साथी की पहचान इटावा निवासी अमित कुमार उपाध्याय के रूप में हुई है। दोनों वर्तमान में सेक्टर-113 थाना क्षेत्र मे स्थित एक पीजी में रहते थे। इस मामले में विनोद उर्फ मनोज अभी भी फरार है।
 डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि 30 जून को रात दस बजे के करीब सेक्टर-76 स्थित आम्रपाली प्रिंसले सोसाइटी के निवासी इंजीनियर अनमोल मित्तल अपनी क्रेटा कार से पास की मार्केट से खाना पैक कराने गए थे। जब वह लौट रहे थे तभी तारा और उसके गिरोह के अन्य बदमाशों ने इंजीनियर को कार के अंदर ही दबोच लिया और सोने की चेन, अंगूठी,पर्स, मोबाइल, नकदी और क्रेटा कार लूट लिया। बदमाश इंजीनियर को सड़क के किनारे फेंक कर फरार हो गए थे। इंजीनियर की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट की धारा में केस दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। दो दिन बाद दो जुलाई को जब गिरोह के तीन बदमाश नवीन, उमेंद्र बहादुर सिंह और शिवेंद्र सिंह लूट की फिराक में नोएडा आए थे,तभी मुठभेड़ के दौरान तीनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए। नवीन को घायल अवस्था में जबकि अन्य दोनों को घेरेबंदी कर दबोचा गया। बदमाशों के कब्जे से लूट की कार भी बरामद हुई थी।
बार-बार बदल रही थी लोकेशन:
एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि वारदात के बाद तारा अपने साथी संग लगातार लोकेशन बदल रही थी। वह हरिद्वार, ऋषिकेश, नासिक और कोल्हापुर में इस दौरान रही। किसी काम से जब वह रविवार को साथी संग नोएडा पहुंची,तभी मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने उसे दबोच लिया गया। पूछताछ में सामने आया है कि तारा ने कुछ युवकों को नौकरी पर रखकर कनेक्शन एजेंट का काम दिया और उन्हें गुमराह करते हुए  लूट कराई थी। युवकों को उसने 18-18 हजार रुपये की नौकरी पर रखा था।
उम्र को लेकर संशय बरकरार:
एसीपी सौम्या सिंह ने बताया कि तारा दिल्ली के एक नामी कॉलेज में बीटेक की पढ़ाई कर रही है। उसके पास से दो आधार कार्ड मिले हैं,जिसमें एक में उसकी आयु 19 वर्ष जबकि दूसरे में 23 वर्ष है। तारा और उसके साथी का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है। तारा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें बीते एक माह से प्रदेश के कई जिलों सहित उत्तराखंड और महाराष्ट्र में दबिश दे रही थीं। अंतिम लोकेशन हरिद्वार में मिलने के बाद उसने मोबाइल बंद कर लिया था। टीम वहां पर कई दिन तक डेरा डाले रही।
इसलिए कराई लूट:
पूछताछ में युवती ने बताया कि उसके साथी ने कुछ समय पहले एक कंपनी बनाई थी। उसी दौरान कोरोना आ गया और उसे काफी घाटा हो गया। काफी प्रयास के बाद भी तारा और उसका साथी कर्जा कम नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में उसने लूट की योजना बनाई और इसकी रकम कर्जदारों को देने की सोची। इसके लिए उसने कई दिन तक तैयारी की। युवकों को हायर किया और इंजीनियर की कार लूट ली। तारा विलासिता पूर्ण जिंदगी जीने की आदी है। वह पूर्व में भी कई लोगों के साथ ठगी कर चुकी है।
दुष्कर्म की सूचना पर मचाया था हड़कंप:
तारा ने कुछ माह पूर्व नोएडा के फेस- तीन थाने में अपने साथ दुष्कर्म होने की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच आया और वह मौके पर पहुंच गए। शीर्ष अधिकारियों की भी मामले पर नजर थी। जांच में घटना झूठी पाई गई। जब अधिकारियों ने उससे कहा कि झूठी सूचना देने के आधार पर उसे जेल भेजा जाएगा तो उसने आत्महत्या करने की धमकी भी दी थी।

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