Sunday, April 27, 2025

यूपी विधानसभा में गूंजा उर्दू पर विवाद, माता प्रसाद पाण्डेय ने सरकार से किया सवाल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में उर्दू भाषा को लेकर विवाद छिड़ गया। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ विधायक माता प्रसाद पाण्डेय ने सरकार से सवाल किया कि “उर्दू भाषा को सरकारी स्तर पर समुचित प्रोत्साहन क्यों नहीं दिया जा रहा?”

मुज़फ्फरनगर के मीरापुर में 600 साल पुराने मंदिर की देखरेख के लिए समिति गठित, मूलचंद शर्मा अध्यक्ष बने

[irp cats=”24”]

माता प्रसाद पाण्डेय ने विधानसभा में आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार उर्दू भाषा के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने पूछा कि “राज्य में उर्दू शिक्षकों की भर्ती धीमी क्यों हो गई है और सरकारी कार्यालयों में उर्दू के इस्तेमाल को क्यों घटाया जा रहा है?”

मुज़फ्फरनगर में डीएम के आदेश से व्यापारियों में डर- व्यापारी नेता बोले, शुल्क जमा करो तो खोल सकोगे बंदी के दिन भी बाज़ार !

सरकार की ओर से जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि “उर्दू सहित सभी भारतीय भाषाओं को समान महत्व दिया जाता है, और सरकार किसी भी भाषा के साथ भेदभाव नहीं कर रही।” उन्होंने यह भी कहा कि “यूपी में उर्दू शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जारी है, लेकिन जरूरत के अनुसार ही भर्तियां की जाएंगी।”

मुज़फ्फरनगर में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने किया औचक निरीक्षण, बेहतर सफाई के लिए दिए निर्देश

समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार के जवाब को असंतोषजनक बताया और आरोप लगाया कि सरकार हिंदी को बढ़ावा देने के नाम पर उर्दू को दबा रही है।

उत्तर प्रदेश में उर्दू भाषा का मुद्दा अक्सर सियासी बहस का हिस्सा बनता रहा है। समाजवादी पार्टी traditionally उर्दू को समर्थन देती रही है, जबकि भाजपा पर इसे प्राथमिकता न देने के आरोप लगते रहे हैं।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

80,337FansLike
5,552FollowersFollow
151,200SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय