लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने प्रोन्नति में आरक्षण संबंधी मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा दोनों को घेरा है। इन दोनों पार्टियों से दलित वर्ग को सजग रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस जातिवादी षड्यंत्र के कारण ही इन वर्गों को परिणाम आजतक भुगतना पड़ रहा है।
बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार चार ट्वीट किये। उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा, ‘कांग्रेस पार्टी द्वारा रायपुर अधिवेशन में जातीय जनगणना व प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण आदि को लेकर कही गई बातें छलावा तथा घोर चुनावी स्वार्थ की इनकी राजनीति नहीं तो और क्या है, क्योंकि सत्ता में होने पर कांग्रेस ठीक इसका उलटा ही करती है। बीजेपी का भी रवैया ऐसा ही छलावापूर्ण है।’
दूसरे ट्वीट में लिखा, “साथ ही, प्रोन्नति में आरक्षण के चर्चित व महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर कांग्रेस व भाजपा द्वारा सपा को आगे करके सम्बंधित बिल को संसद में पारित नहीं होने देने के जातिवादी षड़यंत्र को भला कौन भुला सकता है, जिसका अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम इन वर्गों को आजतक भुगतना पड़ रहा है।”
तीसरे ट्वीट में मायावती ने कहा कि इन्हीं बीएसपी-विरोधी पार्टियों के षड़यंत्र का परिणाम है कि सरकारी नौकरी व शिक्षा में इन वर्गों का आरक्षण लगभग निष्क्रिय एवं निष्प्रभावी बन गया है तथा इनकी आरक्षित सीटें वर्षों से खाली हैं, जबकि ईडब्ल्यूएस का नया लागू कोटा सरकार मुस्तैदी से भरती है। अतः हर स्तर पर सावधानी जरूरी।
वहीं चौथे ट्वीट में लिखा, “इतना ही नहीं कांग्रेस व अन्य जातिवादी पार्टियां सत्ता में रहते, खासकर दलित व आदिवासी वर्ग को पार्टी संगठन में भी उच्च पदों से दरकिनार रखती हैं अर्थात अच्छे वक्त में अन्य वर्गों को ही पूरा महत्व तथा सत्ता से बाहर होने पर बुरे वक्त में इनकी याद एवं उनके वोट के लिए घड़ियाली आंसू।”