लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक्स पर कहा कि विधान भवन में मंगलवार को विधानसभा का बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुआ। बजट सत्र जनहित व जनकल्याण के ज्वलन्त मुद्दों को लेकर सत्ता व विपक्ष की तकरार तथा ’गवर्नर गो बैक’ की नारेबाजी आदि के कारण हंगामेदार रहा। शोषित-पीड़ित जनता को इससे कितनी राहत मिलेगी, यह सोचने वाली बात है।
मुजफ्फरनगर में शरारती तत्वों ने शिव मंदिर में घुसकर मूर्तियां की खंडित, ग्रामीणों में रोष व्याप्त
आगे उन्होंने कहा कि प्रयागराज के महाकुंभ को लेकर सत्ता-विपक्ष के अलग-अलग तर्क हैं। जबकि व्यापक जनहित व जनकल्याण के लिए सभी का विश्वास जरूरी है, ताकि सरकारी धन-संसाधन का सही उपयोग हो सके। वैसे भी महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ापन यूपी की जबर्दस्त समस्या है, जिसे लेकर बजट आवंटन व गंभीरता जरूरी है।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस चुनावी स्वार्थ के लिए ’जय बापू, जय भीम, जय मण्डल, जय संविधान’ आदि के नाम पर चाहे जितने भी कार्यक्रम क्यों न कर ले, बाबा साहेब के अनुयायी इनके किसी बहकावे में आने वाले नहीं हैं। वे जागरूक व सतर्क तथा अपने पैरों पर खड़े होने के लिए संघर्षरत हैं।
कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद उदित राज का नाम लिए बगैर मायावती ने कहा कि कुछ दलबदलू अवसरवादी व स्वार्थी दलित लोग अपने आकाओं को खुश करने के लिए अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं, उनसे भी बहुजन समाज को सावधान रहने व उन्हें गंभीरता से नहीं लेने की जरूरत है। क्योंकि वे ’सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति’ मूवमेन्ट से अनभिज्ञ व अपरिचित हैं।