मेरठ। मेरठ के सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रपति पदक से अलंकृत सरबजीत कपूर ने 9 सूत्रीय मांग का पत्र राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्या रिनचेन लाम्हो को भेजा है।
सरबजीत कपूर ने बताया कि उन्होंने इन दो प्रमुख मांगों जिसमें पहला पंजाब यूनिवर्सिटी की स्थापना और दूसरा सिख बोर्ड गठन की मांग के साथ प्रदेश में सिख धर्म की बच्चियों की शादियों को दिल्ली, हिमाचल, राजस्थान, उत्तराखण्ड की तर्ज पर आनन्द मैरिज एक्ट के तहत रजिस्टर कराए जाने की मांग, राज्य के विश्वविद्यालय में पंजाबी भाषा विभाग खोले जाने, राज्य सरकार से सहायता प्राप्त विश्वविद्यालयों व कॉलेजों की लाईब्रेरी में पंजाबी पुस्तकें उपलब्ध कराए जाने की मांग की गई है।
इसके अलावा भारतेंदु नाट्य एकेडमी में पंजाबी भाषा संस्कृति व नाट्य कला के जानकार व विद्वानों की नियुक्ति करने, सिख बच्चों को आत्म रक्षा के लिए गतका/सेल्फ डिफेंस के लिए छात्र/छात्राओं का प्रशिक्षण केन्द्र खोलने, सिकलीगर जाति को सिख जाति के तहत दर्ज कर एसटी का दर्जा दिलाए जाने की मांग रखी है। सरबजीत का कहना है कि बिजनौर में 22 गांवों में सिख रमैया जाति बड़ी संख्या में हैं, जो सरकार के गजट में दर्ज नहीं है। उन्हें रिकार्ड में लिया जाए। सिख समुदाय के लोगों को जाति प्रमाणपत्र जारी करते समय जाति के काल में सिख लिखे जाने का अनुरोध भी किया गया है।