नयी दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संसदीय दल का नेता चुना जाएगा और उसी दिन शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के समक्ष वह नयी सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
सूत्रों के अनुसार शुक्रवार 07 जून को दोपहर दो बजे संविधान सभा (पुराने संसद भवन) के केन्द्रीय कक्ष में भाजपा सहित 15 दलों के सांसदों की बैठक में श्री मोदी को नेता चुना जाएगा। इसके बाद श्री मोदी भाजपा के अध्यक्ष और राजग में शामिल अन्य दलों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति भवन जाएंगे और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के समक्ष नयी सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
सूत्रों के अनुसार श्री मोदी के शनिवार 08 जून की शाम को प्रधानमंत्री पद की पुनः शपथ लेने की संभावना है।
इससे पहले लोकसभा चुनावों के पूरे परिणाम प्राप्त होने के बाद श्री मोदी ने आज दोपहर में कैबिनेट की बैठक बुलाई और इसके बाद राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति को अपना एवं मंत्रिपरिषद का त्यागपत्र सौंप दिया और 17वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने नयी सरकार के गठन तक प्रधानमंत्री पद का दायित्व निभाने का अनुरोध किया।
शाम को 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री निवास में राजग के नेताओं की एक बैठक हुई जिसमें 15 दलों के 21 नेताओं ने शिरकत की। इस बैठक में तेलुगु देशम पार्टी के नेता एन चंद्रबाबू नायडू, जनता दल यूनाइटेड के नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान शामिल थे। राजग नेताओं ने बीते 10 वर्ष के कार्यकाल के कामकाज की सराहना की और एक प्रस्ताव पारित करके श्री मोदी को अपना नेता चुना और उनके नेतृत्व में नयी सरकार के गठन का समर्थन किया।
इससे पहले लोकसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 15 घटक दलों की बुधवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें सभी दलों ने सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित करके श्री मोदी को गठबंधन का नेता चुना और उनके नेतृत्व में राजग सरकार का समर्थन किया।
श्री मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री श्री मोदी, भाजपा के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं गृह मंत्री अमित शाह के अलावा गठबंधन के दूसरे सबसे बड़े घटक दल तेलुगु देशम पार्टी के नेता एन चंद्रबाबु नायडू, जनता दल यू के नीतीश कुमार, राजीव रंजन सिंह एवं संजय झा, लोजपा रामविलास के चिराग पासवान, शिवसेना के नेता एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे, जनता दल सेकुलर के नेता एच डी कुमारस्वामी, हिन्दुस्तानी अवाम पार्टी के जीतनराम मांझी, अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल, जनसेना पार्टी के पवन कल्याण, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुनील तटकरे एवं प्रफुल्ल पटेल, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी, यूपीपीएल के प्रमोद बोडो, असम गण परिषद के अतुल बोरा, एसकेएम के इंद्र हांग सुब्बा, ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन के सुदेश महतो शामिल हुए।
बैठक करीब डेढ़ घंटे चली जिसमें सहयोगी दलों ने श्री मोदी के नेतृत्व में राजग की नयी सरकार के गठन के लिए अपने अपने समर्थन पत्र सौंपे तथा एक प्रस्ताव पारित किया कि 140 करोड़ देशवासियों ने पिछले 10 वर्षों में श्री मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से देश को हर क्षेत्र में विकसित होते देखा है। बहुत लंबे अंतराल, लगभग छह दशक बाद भारत की जनता ने लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत से सशक्त नेतृत्व को चुना है।
प्रस्ताव में कहा गया, “हम सभी को गर्व है कि 2024 का लोकसभा चुनाव राजग ने श्री मोदी के नेतृत्व में एकजुटता से लड़ा और जीता। हम सभी राजग के नेता श्री नरेन्द्र मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुनते हैं। श्री मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार देश के गरीब महिला युवा किसान और शोषित, वंचित, पीड़ित नागरिकों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की विरासत को संरक्षित कर देश के सर्वांगीण विकास के लिए राजग सरकार भारत के जन जन के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कार्य करती रहेगी।”
यह भी पता चला है कि दस निर्दलीय सांसदों ने भी श्री मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार के गठन के लिए अपने अपने समर्थन पत्र दिये हैं।
राजग ने 293 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है लेकिन भाजपा को अपने दम पर बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटें नहीं मिलने से राजग में घटक दलों खासकर तेदेपा और जद यू की भूमिका महत्वपूर्ण हो गयी है। भाजपा को 240 सीटें मिली हैं और वह गठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल है।
सूत्रों के अनुसार तेदेपा की प्राथमिकता आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना है और वह अपनी इस मांग को बैठक में पुरजोर तरीके से उठायेगी। जद यू भी बिहार के लिए विशेष पैकेज की मांग करती रही है। हालांकि सूत्रों ने यह भी कहा कि अभी तक दोनों दलों की ओर से अपनी कोई शर्त या मांग नहीं रखी गयी है।
सूत्रों के अनुसार सात जून को भाजपा एवं राजग के नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक में श्री मोदी को औपचारिक रूप से भाजपा एवं राजग संसदीय दल का नेता चुना जाएगा और उसी शाम राष्ट्रपति से मिल कर सरकार के गठन का दावा किया जाएगा। कहा जा रहा है कि श्री मोदी आठ जून की शाम को शपथ ले सकते हैं।