वाराणसी। मिर्जापुर सड़क हादसे के बाद सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासनिक कवायद शुरू हो गई है। शनिवार को मंडल स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कमिश्नर कौशलराज शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कमिश्नर ने कहा कि स्कूली वाहनों में क्षमता से अधिक बच्चे बैठाने पर वाहनों तथा अभिभावकों के खिलाफ बच्चे की जान खतरे में डालने पर नोटिस जारी करते हुए एफआईआर दर्ज कराएं। सड़कों पर प्रेसर हॉर्न तथा हूटर के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ते हुए वाहनों से इनको हटवाए। उन्होंने कहा कि अगले एक सप्ताह में सभी दो पहिया वाहनों को चेक करते हुए उनसे प्रेसर हॉर्न उतारते हुए मौके पर ही उनको नष्ट किया जाये। उन्होंने कहा कि चिन्हित 9 ब्लैक स्पॉट्स पर अभी तक कार्रवाई नहीं किये जाने पर लोकनिर्माण विभाग के एक्सईएन को स्पष्टीकरण जारी करते हुए अगले तीन दिन में इसके निराकरण के लिए कार्रवाई नहीं होने पर संबंधित के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई की जायेगी। वाहनों पर ओवरलोडिंग को रोकने के लिए टोल प्लाजा पर नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए लगातार अभियान चलाया जाये। कमिश्नर ने कहा कि वाराणसी नगरीय क्षेत्र (जिसमें चार वर्ष मान्य) को छोड़कर नगर-निगम सीमा के बाहर 20 साल तक के वाहनों को परमिट दिया जायेगा। बैठक में वाराणसी मण्डल में घटित सड़क दुर्घटनाओं के आँकड़े व विश्लेषण प्रदर्शित किए गए। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या में 50 प्रतिशत तक कमी लाये जाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य के सापेक्ष वाराणसी मण्डल की समीक्षा में यह पाया गया कि वर्ष 2023 की अपेक्षा वर्ष 2024 में अगस्त माह तक सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 0.35 प्रतिशत, मृतकों की संख्या में 0.43 प्रतिशत एवं घायलों की संख्या में 0.28 प्रतिशत की कमी आयी है।
बैठक में संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि नये वाहनों तथा फिटनेस वाली गाड़ियों पर शत प्रतिशत रिफ्लेक्टिव टेप लगाया जा रहा है। तथा 813 वाहनों से 11 लाख रुपये वसूले गये हैं। प्रेशर हार्न के विरूद्ध की गई कार्यवाही की समीक्षा के दौरान प्रेसर हॉर्न तथा हूटर के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ते हुए अगले एक सप्ताह में शहर में पंजीकृत लगभग 80000 सभी दो पहिया वाहनों को चेक करते हुए उनसे प्रेसर हॉर्न उतारने तथा वाहनों से जब्त करने के उपरांत मौके पर ही उनको नष्ट करने को कहा। उन्होंने इनको बेचने वाले के खिलाफ भी आज से ही व्यापक अभियान चलाकर इनको जब्त करते हुए संबंधित के खिलाफ कार्रवाई को निर्देशित किया तथा प्रत्येक दिन की कार्रवाई से अवगत कराने को भी कहा।
सड़कों पर स्थापित ब्लैक स्पॉट्स, अवैध कट तथा अन्य दुर्घटना घटित कारणों का विश्लेषण तथा सुधारात्मक कार्यवाही की समीक्षा की गयी। अगली बैठक में चिन्हित सभी ब्लैक स्पॉट, अवैध कट तथा उनके निराकरण के लिए की गयी कार्रवाई के साथ साक्ष्य के लिए फोटो भी उपलब्ध कराने को कहा गया। बैठक में विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन), मंडल के जिलों के परिवहन विभाग के अधिकारियों समेत राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी उपस्थित रहे।