नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार नाकामयाबी छुपाने के लिए आर्थिक श्वेत पत्र लाई है और वह प्रवर्तन निदेशालय-ईडी का इस्तेमाल सिर्फ विपक्ष के नेताओं को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल करने के लिए कर रही है।
गोगोई ने लोकसभा में नियम 342 के तहत लाए आर्थिक श्वेत प्रस्तुत प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि यह प्रस्ताव अपनी नाकामयाबी छुपाने का मोदी सरकार का एक सोचा समझा प्रस्ताव है लेकिन देश की जनता असलियत समझती है इसलिए इस तरह के प्रयास का कोई महत्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि इसी सरकार में कुछ महीने पहले देश के सबसे प्रतिष्ठित नियंत्रक और महालेखा परीक्षक-कैग ने द्वारका एक्सप्रेसवे में भ्रष्टाचार की बात कही थी लेकिन उस घोटाले को भी दबा दिया गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कई विधायक और दूसरे नेता है जिनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कार्रवाई की थी। ईडी ने उनके घरों तथा प्रतिष्ठानों पर छापे मारे लेकिन जैसे ही वे भाजपा में शामिल होते हैं उनके घोटाले धुल जाते हैं। भाजपा ने एक तरह से आश्रम खोल रखा है कि घोटाले कीजिए और भाजपा में शामिल होकर मौज लीजिए।
उन्होंने कहा कि ईडी का दुरुपयोग हो रहा है और सिर्फ विपक्ष को डराने और नेताओं को भाजपा में शामिल करने के लिए इसका इस्तेमाल हो रहा है। ईडी उन लोगों को नहीं पकड़ती है जिन्होंने हजारों करोड़ों का घोटाला किया है। वह देश से बाहर चले गए हैं लेकिन ईडी कुछ नहीं कर पा रही है।