गाजियाबाद – शिवशक्ति धाम डासना में चल रहे शिवशक्ति महोत्सव के तीसरे दिन मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए श्रद्धालुओं के लिए शोक सभा आयोजित की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने माँ बगलामुखी महायज्ञ में आहुति अर्पित कर सनातन धर्म, मानवता की रक्षा और आतंकवाद के विनाश की प्रार्थना की।
महोत्सव के तीसरे दिन अनिल यादव अपने परिवार सहित यजमान बने। उन्होंने विधिविधान से रुद्राभिषेक एवं श्रीचंडी महायज्ञ संपन्न कराया। महोत्सव स्थल पर उपस्थित भक्तों, विशेषकर महिलाओं ने पहलगाम हमले पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि “देश में बार-बार हो रहे ऐसे हमलों के पीछे समाज की उदासीनता और राजनीतिक नेतृत्व की कमजोरी भी जिम्मेदार है।” उन्होंने हिंदू समाज से आत्ममंथन करने और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की अपील की।
हालांकि यति नरसिंहानंद गिरी के वक्तव्य में कुछ विवादित टिप्पणियाँ भी सामने आईं, जिन्हें लेकर सामाजिक और धार्मिक स्तर पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं। उन्होंने अपनी बात को धार्मिक दृष्टिकोण से रखते हुए कुछ कठोर शब्दों का प्रयोग किया, जिसकी सत्यता और व्याख्या अलग-अलग मतों पर आधारित है।
महोत्सव का आयोजन श्रद्धा, सुरक्षा और सामाजिक एकता के उद्देश्य के साथ किया गया था, लेकिन पहलगाम की दुखद घटना की छाया इस दिन पर स्पष्ट रूप से छाई रही। आयोजकों ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हों और ऐसी घटनाओं के विरोध में शांतिपूर्ण व प्रभावी सामाजिक पहल करें।
शिवशक्ति महोत्सव के आयोजक मंडल ने यह भी घोषणा की कि आने वाले दिनों में देशभर में आतंकवाद के विरोध में सामूहिक प्रार्थनाएं और शांति यज्ञ आयोजित किए जाएंगे।