मोरना। Hindi News | Royal Bulletin
कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तान द्वारा किए गए कायराना ड्रोन हमले में जान गंवाने वाले मुज़फ्फरनगर के गांव खाईखेड़ा निवासी मौ. साहिब (32 वर्ष) और उनकी 20 माह की भतीजी आयशा नूर को रविवार को गमगीन माहौल में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। दोनों शवों के गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। मासूम आयशा की मौत से हर आंख नम हो गई।
हमले की पृष्ठभूमि
बताया गया कि गांव खाईखेड़ा निवासी शाहिद के चार बेटे जम्मू-कश्मीर के राजौरी में डेंटिंग-पेंटिंग और सैलून का काम करते हैं। मौ. साहिब भी वहीं रहकर परिवार की मदद कर रहे थे। इसी दौरान पाकिस्तान द्वारा शनिवार सुबह किए गए ड्रोन हमले में मौ. साहिब और उनकी दूधमुंही भतीजी आयशा नूर की मौके पर ही मौत हो गई।
सूत्रों के मुताबिक यह हमला भारत द्वारा हाल ही में चलाए गए “ऑपरेशन सिंदुर” के जवाब में किया गया, जिसमें भारतीय सेना ने आतंकवादियों के कई ठिकानों को नष्ट किया था। पाकिस्तानी हमले में आम नागरिकों को निशाना बनाया गया, जो अंतरराष्ट्रीय नियमों का सीधा उल्लंघन है।
जनाजे में उमड़ा जनसैलाब
रविवार सुबह दोनों शव गांव पहुंचे तो परिजन बिलख पड़े। गांव में शोक की लहर दौड़ गई। गमगीन माहौल में दोनों को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, रिश्तेदार और राजनीतिक प्रतिनिधि मौजूद रहे।
नेताओं ने दी श्रद्धांजलि, जताया दुख
अंतिम यात्रा में सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी, पूर्व विधायक मौलाना जमील अहमद, कांग्रेस के जिला सचिव विनोद गुर्जर, AIMIM जिलाध्यक्ष मौलाना इमरान, एडवोकेट फरमान सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी। उपजिलाधिकारी ने भी गांव पहुंचकर घटना की जानकारी ली।