लखीमपुरखीरी। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने अपनी सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि (सांसद निधि) से कृषि विज्ञान केन्द्र मझरा फार्म में इण्टरलाकिंग सड़क का लोकार्पण किया। इसी के साथ उप्र मिलेट्स (श्री अन्न) पुनरोद्धार कार्यक्रम के अन्तर्गत दो दिवसीय जनपद स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ भी किया।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने विकास खण्ड फूलबेहड़ के ग्राम महेवागंज में कृषि विज्ञान केन्द्र मझरा फार्म में मुख्य मार्ग से प्रशासनिक भवन तक इण्टरलाकिंग सड़क निर्माण कार्य लम्बाई 70 मी. का लोकार्पण किया।
केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि आप सब जैसा जानते हो कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। हमारे यहां लगभग 70 प्रतिशत लोग ऐसे है जो या तो स्वयं खेती करते है या किसी न किसी रूप में खेती किसानी से जुड़े हुए है। इस दृष्टि से हमारे प्रधानमंत्री ने 2014 में इस देश को एक विकसित देश बनाने के लिए जो चार बड़ी जरूरते हैं उनके बारे में उल्लेख करते हुए यह कहा था कि यह देश तभी विकसित देश बनेगा जब हमारे देश में महिलाओं का सशक्तिकरण हो, किसानों को उनकी आमदनी बढ़ाने के साथ-साथ उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए, हमारे देश के नौजवानों को उनकी योग्यता एवं क्षमता के अनुरूप काम करने का मौका मिले और उसके साथ-साथ ऐसे गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोग जिनकी जीवन जीने की सामान्य जरूरतें नहीं पूरी हुई है। उन लोगों की जरूरतें पूरी हो और उनका जीवन अच्छा और सुदृढ़ हो सके। उसके लिए काम करने की जरूरत बताई थी। इन चारों परिणामों पर पिछले 9 से 10 सालों में सरकार खरी उतरी है। महिलाओं के सशक्तिकरण की बात हो, युवाओं को मंच उपस्थित कराने की बात हो या जरूरतमंद लोगों के लिए घर बनाना, शौचालय, गैस कनेक्शन, सड़क, गलियां, नालियां एवं पीने का साफ पानी ऐसे हर क्षेत्र में काम किया है।
आप सब उसी पृष्ठभूमि से आते है हम भी आते है 9 से 10 साल का जो समय है उसकी सबकी जानकारी आपको है न ही यह ध्यान दिलाने के लिए कि सन् 2014 से पहले ऐसी परिस्थितियां नहीं थी उसमें बहुत बड़ा बदलाव आया है। थोड़ा आप आंख बंद करके सन् 2014 से पहले की सड़क एवं अपने शहर की तस्वीर अपने आंखों में लाए और अब की तस्वीर आप देखे तो आपको अन्तर साफ दिख जाएगा। इसी तरह जो चौथी महत्वपूर्ण बात थी वह यह थी कि किसानों के लिए काम करना। हमारे प्रधानमंत्री ने 2014 में सत्ता सम्भालते ही किसान कैसे कम दिनों में ज्यादा फसल ले सके जमीन की उर्वरा शक्ति बनी रहे, जमीन के अंदर की ताकत खत्म न होने पाए, हमारे फसलों में लागत कम हो जो फसल हमको मिले उसका दाम ऐसा मिले जिससे किसानों को मुनाफा हो और उसके साथ-साथ नए-नए प्रयोग करके निरन्तर हम खेती किसानी में ऐसे प्रयास करे जिससे हमारा कृषि का जो क्षेत्र है जिसमें हम काम कर रहे है। वह एक लाभदायक व्यवसाय बन सके।
कार्यक्रम में विनीत मनार अध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक लखीमपुर, उपनिदेशक कृषि अरविन्द मोहन मिश्रा, डॉ निरंजन लाल कृषि विज्ञान केन्द्र मझरा-2, सांसद प्रवक्ता अम्बरीष सिंह, डॉ प्रदीप कुमार अभिषेक, डॉ विवेक कुमार पाण्डेय, प्रवीण भार्गव, आचार्य अनूप मिश्रा, मंजीत कश्यप, शशांक अवस्थी, वीरपाल मिश्रा, राहुल चौरसिया, सुरेन्द्र कश्यप, मयंक कश्यप, मधुकर आदि लोग मौजूद रहे।