शिमला। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने एक बार फिर दोहराया है कि आपदा की इस घड़ी में केंद्र की मोदी सरकार हिमाचल प्रदेश के साथ खड़ी है और खुले मन से आर्थिक मदद दे रही है। उन्होंने कहा है कि इस मदद को लेकर केंद्र का धन्यवाद करने की बजाय कांग्रेस पार्टी लोगों में भ्रम फैलाने का काम कर रही है।
शिमला में रविवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से अब तक हिमाचल को स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड के तहत अलग-अलग किश्तों में 862 करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2 हजार 700 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हुई है। मनरेगा में भी काम करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार को नियमों में छूट भी दी है।
उन्होंने कहा है कि केंद्र ने अगर ये राहत नहीं दी है, तो कांग्रेस के नेता सामने आकर इस बात से इनकार करें। अनुराग ठाकुर ने कहा कि मदद मिलने के बावजूद कांग्रेस सरकार केंद्र का अपमान करने में लगी है। यदि कांग्रेस को केंद्र सरकार का एहसान नहीं मानना है, तो कम से कम अपमान तो नहीं करना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश की त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के सवाल पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि साल 2004 से लेकर साल 2009 तक जब यूपीए-1 की सरकार थी, तब साल 2008 में सरकार ने क्या निर्णय लिया था? इसे कांग्रेस के लोगों को पढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इसी सरकार ने हिमाचल प्रदेश के विशेष राज्य का दर्जा भी छीना।
विपक्ष के आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए अनुराग ठाकुर ने इसे घमड़ियाँ गठबंधन करार दिया और कहा कि यह गठबंधन संविधान को तार-तार करने वाला है। इस गठबंधन के नेता अपने को अलग दिखाने के चक्कर में सनातन धर्म का अपमान करने का काम करते हैं तथा ऐसा गठबंधन जनता को स्वीकार नहीं है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस गठबंधन के नेताओं के अहंकार भरे बयान दिखाते हैं कि ये ना संविधान का सम्मान करते हैं और ना सनातन धर्म का। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया और राहुल गांधी ने खुली छूट दी है कि सनातनियों और हिंदुओं का अपमान करो और बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को तार-तार करो।