मुजफ्फरनगर। हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (एचपीएससी) परीक्षा 2021 में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित मनी त्यागी ने 22 वी रेंक हासिल कर जनपद का नाम रोशन किया है। मनी त्यागी का कहना है कि सिविल सेवा समाज सेवा करने का सबसे बड़ा माध्यम है, और इसको कड़ी मेहनत व लगन से ही हासिल किया जा सकता है।
लोक सेवा आयोग हरियाणा ने सिविल सर्विस परीक्षा (एचसीएस)-2021 का सोमवार को अंतिम परीक्षा परिणाम घोषित किया जिसमें जनपद मुजफ्फरनगर के मौहल्ला ब्रहमपुरी निवासी मनी त्यागी ने 22 वी रेंक हासिल की। इससे पूर्व मनी त्यागी आई0ए0एस0 परीक्षा-2021 की मुख्य परीक्षा में भी सम्मिलित हुई थी।
मनी त्यागी का मंगलवार को प्रकाश चैक स्थित कमल क्लासेज में उनके गुरू कमल त्यागी तथा यूपीएससी की कोचिंग कर रहे छात्र-छात्राओं ने स्वागत किया। मनी त्यागी ने कोचिंग संस्थान में यूपीएससी की कोचिंग ले रहे अपने सहपाठियों से अपनी कामयाबी के अनुभव साझा किये। मनी ने बताया कि कुछ लोग ये सोचते हैं कि सिविल सर्विस पाना बेहद कठिन है और वे निराश हो जाते हैं लेकिन ऐसा नहीं है मेहनत और लग्न से किया गया कार्य किसी भी लक्ष्य को भेद सकता है। उन्होंने बताया कि मेहनत व ईमानदारी से डेढ वर्ष के कठिन परिश्रम से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
मनी का कहना है कि ज्यादा सामग्री एकत्र करने अथवा पढ़ने के बजाय सलेक्टड पढ़े और बार-बार पढ़ें। उन्होंने कहा कि स्वयं के द्वारा बनाये गये नोट्स महत्वपूर्ण होते हैं जो लक्ष्य प्राप्त करने में मददगार साबित होते हैं। उन्होंने बताया कि सिविल सर्विस की तैयारी एक जूनून है जिसे हासिल करने के लिये बहुत कुछ त्यागना पड़ता है।
मनी त्यागी ने बताया कि उन्होंने गुरू कमल त्यागी के संरक्षण में कमल क्लासेज से ही सिविल सर्विस की तैयारी की है। मनी के पिताजी मुकुल प्रकाश त्यागी मुजफ्फरनगर कचहरी में एडवोकेट हैं तथा मनी के दादाजी स्व0 आनंद प्रकाश त्यागी डी0ए0वी0 डिग्री कालेज मुजफ्फरनगर के प्राचार्य रह चुके हैं।
मनी ने भागवंती इंटर कालेज मुजफ्फरनगर से हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा तथा डी0ए0वी0 डिग्री कालेज मुजफ्फरनगर से बी0एस0सी0 व एम0एस0सी0 की परीक्षा पास की है। मनी हाईस्कूल बोर्ड में छात्राओं में टाॅपर रही थी जबकि एमएससी में गोल्ड मेडलिस्ट का खिताब हासिल किया है।
इस अवसर पर रविन्द्र कुमार, कपिल कुमार, अक्षय त्यागी, शरद, अमित, शनि, सिमरन, प्रिया चैधरी, रीना, लक्ष्मी व अभिषेक आदि मौजूद रहे। मनी त्यागी ने अपनी सफलता का श्रेय गुरू कमल त्यागी, माता पिता व दोस्तों को दिया है।