इटावा- समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री पद के लिये मुलायम सिंह यादव (नेताजी) के नाम की सभी दलों में सहमति दी लेकिन साजिशबाजो ने उनका नाम कटवा दिया।
सैफई में मुलायम सिंह यादव की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. यादव ने कहा “ दिल्ली में सभी दलों के नेताओं के बीच बैठक हुई। देर रात तक चली बैठक में नेता जी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए एक सुर से तय किया गया । यह भी तय किया गया कि सुबह नेताजी के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा लेकिन साजिशबाजों ने प्रधानमंत्री के लिए घोषित हुए नाम को कटवा दिया।”उन्होंने कहा “ जैसे ही नेताजी का नाम प्रधानमंत्री के लिए फाइनल किया गया वैसे ही इस बात का दुष्प्रचार कर दिया गया कि शरद यादव और लालू प्रसाद ने आत्महत्या करने की बात कह दी है जब कि यह बात पूरी तरह से झूठ थी इस बात में कतई कोई सच्चाई नहीं थी।”
सैफई में मुलायम सिंह यादव की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. यादव ने कहा “ दिल्ली में सभी दलों के नेताओं के बीच बैठक हुई। देर रात तक चली बैठक में नेता जी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए एक सुर से तय किया गया । यह भी तय किया गया कि सुबह नेताजी के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा लेकिन साजिशबाजों ने प्रधानमंत्री के लिए घोषित हुए नाम को कटवा दिया।”उन्होंने कहा “ जैसे ही नेताजी का नाम प्रधानमंत्री के लिए फाइनल किया गया वैसे ही इस बात का दुष्प्रचार कर दिया गया कि शरद यादव और लालू प्रसाद ने आत्महत्या करने की बात कह दी है जब कि यह बात पूरी तरह से झूठ थी इस बात में कतई कोई सच्चाई नहीं थी।”
रामगोपाल ने दावे के साथ कहा कि नेताजी के नाम के प्रधानमंत्री के लिए फाइनल होने के मुद्दे पर लालू प्रसाद यादव और शरद यादव ने कोई विरोध नहीं किया था लेकिन दुष्प्रचार करने वालो ने ऐसी कहानी पेश कर दी जिससे नेता जी प्रधानमंत्री बनने से चूक गए।
उन्होंने कहा कि महासचिव कामरेड सुरजीत अगर उस दिन रूस न जाते तो नेताजी ही प्रधानमंत्री होते। सब कुछ तय हो गया था। लेकिन साजिश के तहत सुरजीत मास्को गए और नेताजी प्रधनमंत्री नही बन पाए।
उन्होंने कहा “ मैंने खुद कामरेड सुरजीत से कहा कि आप एक दिन बाद मास्को की यात्रा पर जाएं लेकिन वह नहीं माने जैसे ही कामरेड सुरजीत मास्को की यात्रा पर गए वैसे ही नेता जी का प्रधानमंत्री फाइनल हुआ नाम बाहर हो गया।”