फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले का नाम बदलने की कवायद तेज हो गई है। जिला पंचायत के बाद अब फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर करने का प्रस्ताव नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में भी पास हो गया। प्रस्ताव का 12 में से 11 सदस्यों ने समर्थन किया। नगर निगम ने नाम परिवर्तन का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा है।
नगर निगम बोर्ड की बैठक जीवाराम हाल में संपन्न हुई। बैठक में महत्वपूर्ण बात यह थी कि दो साल पहले जिला पंचायत में फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर के नाम से पास होने के बाद अब नगर निगम में भी फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर करने पर हरी झंडी दे दी गई। नाम परिवर्तन के विरोध में 12 में से कार्यकारिणी के सदस्य सपा के पार्षद रेहान ने इसका विरोध किया। इसके साथ ही भवनों के गृहकर का बोझ नहीं बढ़ाया जाएगा। सभी कार्यकारिणी के सदस्यों ने इसे खारिज कर दिया। जबकि नामांतरण पर लगने वाले शुल्क में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को समिति की मंजूरी मिल गई।
इतिहासकारों के मुताबिक 1566 ई. में फिरोजाबाद में राजा चंद्रसेन की रियासत थी और उस जगह को चंद्रनगर कहा जाता है। मुगल शासन से पहले फिरोजाबाद में राजा चंद्रसेन अपने महल में बैठकर प्रजा की समस्या सुनते थे और उनका समाधान करते थे।
भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष कन्हैयालाल गुप्ता ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तो पहले ही फिरोजाबाद का प्राचीन नाम चंद्रनगर का प्रयोग करता रहा है। प्राचीन समय में जैन राजा चंद्रसेन की नगरी थी, जिसका नाम चंद्रवाड़ था। कालांतर में मुस्लिम शासकों ने चंद्रवाड़ पर हमला कर इसे तहस-नहस कर दिया था। चंद्रवाड़ नगरी के अवशेष अभी भी यमुना किनारे मौजूद हैं। वर्ष 1566 में अकबर ने सिपहसालार फिरोजशाह को भेजा था, जिसके बाद बसाए गए नगर का नाम फिरोजाबाद रखा गया था।