Monday, December 23, 2024

ग़ाज़ियाबाद में महिला की लूटपाट के बाद हत्याकांड का खुलासा,नानी की हत्या के आरोप में नाती गिरफ्तार,ऑनलाइन गेम्स में रकम हारने के बाद की लूटपाट

गाजियाबादऑनलाइन गेम खेलना हल्के फुल्के मनोरंजन तक तो ठीक है, लेकिन जब यह एक लत बन जाए तो परिणाम काफी खतरनाक हो सकता है। 20 साल का एक युवक ऑनलाइन गेम्स के चक्कर में ऐसा फंसा कि उस पर काफी कर्ज हो गया। आरोप है कि इसी कर्ज को उतारने के लिए उसने अपनी नानी की हत्या कर दी। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से यह हैरान और परेशान करने वाली घटना सामने आई है। साहिबाबाद क्षेत्र के अर्थला में 8 जून को हुई बुजुर्ग महिला हरप्यारी की हत्या का खुलासा पुलिस ने शनिवार को कर दिया। पुलिस ने बताया कि चूंकि नानी पैसे देने से इनकार कर रही थी, इसलिए उसने गुस्से में उनका गला दबा दिया। फिर उनके कान से कुंडल खींचकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अब हत्यारोपी धेवते को अरेस्ट कर लिया है। साथ ही लूटे गए कुंडल भी उसके घर से बरामद कर लिए हैं।

 

बता दें कि गाजियाबाद के साहिबादा थाना क्षेत्र के अर्थला में रहने वाले विनोद ने इस हत्याकांड को 8 जून को अंजाम दिया था। ऑन लाइन जुए की लत की वजह से विनोद आए दिन अपनी नानी से पैसे मांगा करता था। जब एक दिन विनोद ने अपनी नानी से कुछ पैसे मांगे तो उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया। इसके बाद विनोद ने अपनी नानी की छाती पर पैर रखकर उनका गला दबा दिया। नानी की हत्या करने के बाद विनोद ने  तो विनोद ने उनकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी विनोद ने अपनी नानी के सोने के कुंडल और 2 हजार रुपए कैश लेकर घटना स्थल से फरार हो गया।

विनोद के ननिहाल में रहने वाले परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी नानी की हत्या से पहले उनसे मार-पीट की थी। पुलिस ने इस मामले की एफआईआर दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी थी। जिसके बाद पुलिस को आरोपी विनोद के खिलाफ कई सबूत मिले जिससे ये साबित हो रहा था कि विनोद ने ही लूटपाट के इरादे से अपनी नानी की हत्या की है। पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जिसके बाद ये निष्कर्ष निकाला कि विनोद ही इस हत्या के पीछे असली आरोपी है है।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,303FansLike
5,477FollowersFollow
135,704SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय