मुजफ्फरनगर । नगरपालिका परिषद में भ्रष्टाचार को लेकर लगाए गए आरोपों के चलते नगरपालिका परिषद की पूर्व अध्यक्ष, तत्कालीन अधिशासी अधिकारी सहित पांच लोगों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है, वहीं जिला प्रशासन को इसके लिए 7 दिन का समय दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2023 में लोकायुक्त ने अपना फैसला सुनाते हुए पूर्व पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल, तत्कालीन अधिशासी अधिकारी विकास कुमार, तत्कालीन नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. राठी, लिपिक प्रवीण कुमार व लिपिक गोपीचंद वर्मा पर लगाए गए आरोपों में दोषी मानते हुए उनपर दंडात्मक कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं।
वहीं दूसरी ओर नगरपालिका को हुए आर्थिक नुकसान की स्थिति का आंकलन कराकर राजस्व की वसूली के भी आदेश जारी कर शासन से रिकवरी करने का आदेश सुनाया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन को 7 दिन का समय दिया गया है। इस घटनाक्रम से पालिका की राजनीति में खलबली मच गई है।