मुजफ्फरनगर। जैन धर्म का ऐतिहासिक कार्यक्रम सिलसिलेवार चल रहा है, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालू पहुंचकर धर्म-कर्म के कार्यों में जीजान से जुटे हैं।
रविवार को दिगंबर जैन समाज के दशलक्षण पर्व के आठवें दिन उत्तम त्याग धर्म की पूजा अर्चना की। सभी जैन मंदिरों में जैन समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर पूजा अर्चना में हिस्सा लिया।
इस दौरान विधानाचार्यों ने बताया कि उत्तम त्याग धर्म हमें यही सिखाता है कि मन को संतोषी बनाके ही इच्छाओं और भावनाओं का त्याग करना मुमकिन है। त्याग की भावना भीतरी आत्मा को शुद्ध बनाकर ही होती है। इस दौरान काफी संख्या में जैन श्रद्धालु मौजूद रहे।