Friday, May 9, 2025

भारत को अमेरिका से मिली बड़ी सफलता, मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा भेजा गया भारत

नयी दिल्ली- मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमले के मुख्य साजिशकर्ता पाकिस्तानी तहव्वुर राणा को न्यायिक प्रक्रिया के तहत कार्यवाही के लिए अमेरिका से प्रत्यर्पित कर बुधवार को भारत के लिए रवाना किया गया।

अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार राणा को एक विशेष विमान से भारत के लिए रवाना कर दिया गया है। राणा को लेकर आ रहे विमान के भारतीय समयानुसार आज देर रात यहां पहुंचने की संभावना है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उसका विमान भारत में कहां उतारा जाएगा और राणा को किस स्थान पर रखा जाएगा।

बेटी की शादी से 10 दिन पहले घर के जेवर-नकदी लेकर दामाद के साथ भाग गई सास, पति को भेज दिया था साली के पास !

इससे पहले अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने राणा की उस याचिका को खरिज कर दिया था जिसमें उसने खुद को भारतीय अधिकारियों को सौंपे जाने का विरोध किया था। मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स की अदालत ने इस याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद उसे भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने का रास्ता साफ हो गया था।

राणा ने प्रत्यर्पण की कार्रवाई के विरुद्ध 13 फरवरी को दायर याचिका में कहा था कि उसके खिलाफ अमेरिका में सभी अपीलों पर अदालती कार्यवाही पूरी होने तक उसे भारत को न सौंपा जाए। उसने तर्क दिया कि उसे भारत को प्रत्यर्पित किया जाना अमेरिकी कानून और संयुक्त राष्ट्र की यातना विरोधी संधि का उल्लंघन है। राणा का कहना था कि उसे भारत में यातनाएं दी जा सकती हैं।

मुज़फ्फरनगर में जिला जेल में हो रही थी उगाही, पिटाई से बचाने, गिनती कटवाने की हो रही थी वसूली, 2 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

अमेरिकी शीर्ष अदालत द्वारा सोमवार को भारत को उसके प्रत्यर्पण के खिलाफ उसकी याचिका को खारिज कर दिये जाने के बाद उसे भारत भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी। प्रत्यर्पण प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत से एक मल्टी-एजेंसी टीम अमेरिका गई थी और उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ सभी कागजी कार्रवाई और कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने में मदद की।

मुज़फ्फरनगर में पैथोलॉजी लैबों पर स्वास्थ्य विभाग ने मारे छापे, टीम ने 3 लैब कर दी सील

रिपोर्टों के अनुसार, 64 वर्षीय पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक राणा, पाकिस्तान स्थित इस्लामी आतंकवादी समूह, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। राणा लॉस एंजिल्स में अमेरिकी मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में 14 साल तक कैद रहा। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार 2023 में भारत को उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी, लेकिन उसने शीर्ष अदालत में बार-बार प्रत्यर्पण रोकने के लिए याचिकाएं दायर कीं थीं, पर उसे आखिरकार सफलता नहीं मिली। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में राणा के भारत में प्रत्यर्पण की घोषणा की थी।

मुज़फ्फरनगर में सौतेले भाई-बहनों और मां ने युवक को पीटा, वीडियो वायरल, मुकदमा दर्ज

राणा ने आतंकवादी हमले से पहले मुंबई में आतंकी हमलों के स्थानों को चिह्नित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से रेकी और जासूसी की थी, उसने जिहादी साथी दाऊद गिलानी उर्फ डेविड कोलमैन हेडली को पाकिस्तानी-अमेरिकी पासपोर्ट का उपयोग करके भारत की यात्रा करने में भी मदद की थी। इसका उद्देश्य पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के अधिकारियों के साथ समन्वय करके लश्कर ए तैयबा द्वारा रची गयी मुंबई आतंकी हमलों की साजिश को अंजाम देना था।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

80,337FansLike
5,552FollowersFollow
151,200SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय