मुजफ्फरनगर-किशोरी से छेड़छाड़ के मामले में आरोपी मुजफ्फरनगर के भोपा रोड स्थित प्रमुख चिकित्सक डॉक्टर विकास पंवार ने मंगलवार को कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया, जहां से कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी है और डॉक्टर पंवार की गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक लग गई है।
नई मंडी क्षेत्र में भोपा रोड पर स्थित विजयश्री नर्सिंग होम में पथरी का आपरेशन कराने के लिए एक नाबालिग लड़की को भर्ती कराया गया था। चिकित्सक ने पथरी का आपरेशन कर दिया था, लेकिन टांकों में पस पड़ने के कारण लड़की की हालत बिगड़ गई थी, जिस पर डाक्टर विकास पंवार ने मरीज को रैफर कर दिया था, जहां पर उसका उपचार हुआ था। जब उसकी हालत में सुधार आया तो नाबालिग लड़की अपने परिजनों के साथ नई मंडी कोतवाली पहुंची और डाक्टर विकास पंवार पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए तहरीर देकर कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिस पर पुलिस ने तहरीर के आधार पर पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया था।
पुलिस ने किशोरी के बयानों के बाद चिकित्सक की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए थे लेकिन डॉक्टर पंवार पुलिस के हाथ नहीं आ रहे थे।
इसी बीच मंगलवार को डॉक्टर विकास पंवार ने पॉक्सो कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जहां जमानत पर बहस सुनने के बाद अदालत ने डॉक्टर पंवार को अंतरिम जमानत दे दी है। अदालत ने आदेश दिया है कि विवेचना पूर्ण होने तक पुलिस डॉक्टर पंवार को गिरफ्तार नहीं कर सकती है। डॉक्टर के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर पुलिस चार्जशीट दाखिल करके ही डॉक्टर पंवार को गिरफ्तार कर सकती है। फिलहाल डॉक्टर पंवार को इस मामले में राहत मिल गई है।