पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को साफ किया कि इंडिया गठबंधन में मेरे कहने पर कोई काम नहीं हो रहा था, नाम पर भी मेरी सहमति नहीं थी। उन्होंने यहां तक कहा कि आज तक उस गठबंधन में सीटों को लेकर फैसला नहीं हो पाया। कौन कहां से चुनाव लड़ेगा, इन सब पर कोई चर्चा नहीं हुई, तब हमने गठबंधन छोड़ने का फैसला लिया।
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में विकास के लिए रात-दिन काम कर रहे हैं। एनडीए की सरकार बनने के बाद नीतीश ने कहा कि 10 फरवरी को सदन में राज्यपाल का अभिभाषण होगा और उसी दिन बहुमत सिद्ध किया जाएगा। इसके बाद 12 फरवरी से बजट सत्र चलेगा।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर ईडी का शिकंजा कसने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन पर चार्जेज तो बहुत दिन पहले से है, इस पर जांच स्वाभाविक है। नीतीश ने कहा कि हमने बहाली का काम भी किया है। यह सब सात निश्चय 2 में हुआ है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के 17 महीने की सरकार उनके 17 साल की सरकार पर भारी के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब बेकार की बातें हैं। पहले कितने लोगों को रोजगार मिलता था ? पहले पढ़ाई का स्तर क्या था ? वर्ष 2005 से पहले के हालात को आपलोग भूल गए।
उन्होंने आगे कहा कि इन लोगों का राज जब था तो क्या होता था, शाम के वक्त घर से कोई निकलता था ? पहले यहां कोई विकास कार्य नहीं होता था। जब हम आए तभी अच्छे और बड़े भवनों का निर्माण कार्य शुरू करवाया। कुछ लोगों को केवल पब्लिसिटी चाहिए। पहले कहीं कोई बहाली होती थी।
नीतीश ने कहा कि जिनके साथ हम पहले थे, अब फिर से वहां आ गए हैं। अब सब दिन हम इधर ही रहेंगे। हम केवल विकास के काम में लगे रहते हैं और आगे भी लगे रहेंगे।