नई दिल्ली। हिंदुओं को हिंसक बताने वाले राहुल गांधी के संसद में दिए बयान पर नूपुर शर्मा ने बिना किसी का नाम लिए पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अगर हिंदू हिंसक होता तो एक हिंदू सनातनी बेटी को सुरक्षा घेरे में अपने ही देश में अपनी आजादी गंवा कर रहने की नौबत नहीं आती।
‘हिंदुओं के लिए और कोई भी देश…’
गाजियबाद के रामप्रस्थ ग्रीन कैंपस में आयोजित एक भागवत कथा में नूपुर शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म मेरा इकलौता नहीं है। ये हम सभी का है और इसकी रक्षा केवल मैं करूं, इस लायक शायद भगवान ने मुझे समझा भी नहीं है. परंतु सनातनियों के लिए, हिंदुओं के लिए और कोई भी देश भी नहीं है, ये सत्य हम सब को भी पता है, ऊंचे पदों पर बैठे लोग कह देते हैं कि हिंदू हिंसक हैं, सनातनियों का नरसंहार कर दो, मैंने तो खुद देखा है कि दो साल में सनातनियों का नरसंहार करने की कितनी कोशिश की गई है, अगर हिंदू हिंसक होता तो एक हिंदू सनातनी बेटी को इस सुरक्षा घेरे में अपने ही देश में अपनी आजादी गंवा कर रहने की नौबत नहीं आती।
‘ये मेरे देश में नहीं चलेगा’
नूपुर शर्मा ने बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि अब एकत्रित हो जाइए। किसी और घर की बेटी तो दूर की बात है किसी और घर के सदस्य को भी वो न देखना पड़े, जो मैंने देख लिया, जब तक मेरी सांस है, मैं अपनी आवाज उठाती रहूंगी, इसके बाद नूपुर ने कहा, “तुम कहो तो वाह-वाह…मैं सत्य भी कह दूं तो सर तन से जुदा…” ये मेरे देश में नहीं चलेगा, मेरा देश भारतीय संविधान से चलेगा, किसी मजहबी शरिया कानून या शरिया से नहीं।