वाराणसी। ज्ञानवापी परिसर की एएसआई सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद प्रतिवादी पक्ष अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह फैसला नहीं, सिर्फ एक रिपोर्ट है।
रिपोर्ट लगभग 839 पेज का है। इस के अध्ययन में समय लगेगा। इसके बारे में विशेषज्ञों से राय ली जाएगी। अदालतों में भी विचार के लिए ले जाया जाएगा।
कमेटी ने कहा है कि हमारी जिम्मेदारी मस्जिद को आबाद बनाए रखने की है। मायूसी हराम है, सब्र से काम लेना होगा। एएसआई ने अपनी ख्याति के अनुरूप अपनी रिपोर्ट दी है।
कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि हमारी अपील है कि बहस से बचा जाए। जुमे की नमाज के बाद ज्ञानवापी परिसर से बाहर निकल रहे यासीन से पत्रकारों ने प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं और फिर साथी नमाजियों ने उन्हें और बोलने से रोक दिया। इस दौरान एक नमाजी ने तेज आवाज में कहा कि एएसआई की रिपोर्ट को हम नहीं मानते।