हापुड। हापुड के ब्रजघाट पर आज निर्जला एकादशी के मौके पर गंगा किनारे श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालु ब्रजघाट पहुंचना शुरू हो गए थे। आज साल की सबसे बड़ी एकादशी निर्जला एकादशी है। श्रद्धालुओं ने निर्जला एकादशी पर गंगा में स्नान कर गंगा पूजन किया और गरीबों को दान दिया। इस दौरान गंगा के किनारे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी रही। दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद घाट के किनारे ही एकादशी व्रत का संकल्प लेकर एकादशी व्रत की कथा सुनी। सुबह से ही कथा सुनाने वाले पंडितों ने भी पूरी व्यवस्था की हुई थी।
निर्जला एकादशी को साल की सबसे बड़ी एकादशी माना जाता है। हिंदू धर्म के मुताबिक अगर कोई पूरे साल कोई व्रत नहीं करे और आज निर्जला एकादशी का व्रत विधि विधान से कर ले तो उसको सभी व्रतों का फल मिल जाता है। निर्जला एकादशी को भीम सेनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन दान पुण्य करने का कई गुना फल मिलता है। मेरठ के हस्तिनापुर में भी मखदूमपुर घाट पर निर्जला एकादशी पर लोगों ने गंगा स्नान किया। हरिद्वार में पूरे पांच दिन दशहरा गंगा और निर्जला एकादशी पर्व मनाया जाएगा। हर की पैडी पर लोगों की भारी भीड़ जमा है। दिल्ली हरिद्वार हाइवे पर वाहनों का भारी दबाव है। गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर लोग गंगा स्नान के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं।