मुरादाबाद। सोमवार को करीब 14 साल पुराने छजलैट मामले में आजम खान जिले की MP-MLA कोर्ट में पेश हुए। जहां मीडिया के सवालों पर आजम ने मुंह और कानों पर उंगली रख ली। और इशारा किया कि मुझे कुछ सुनाई नहीं देता है।
दरअसल संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर आजम से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कानों की तरफ उंगली करके इशारा किया। मानो कह रहे हों कि मुझे सुनाई नहीं देता। सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बाबत पूछे सवाल पर आजम खान ने मुंह पर उंगली रख ली। इसी तरह बाकी सवालों को भी आजम खान कान और मुंह पर उंगली रखकर टाल गए। इससे पहले आजम खान जब कोर्ट में पेशी के बाद बाहर आए, तो मीडिया कर्मियों से मुखातिब हुए। लगा कि वह सवालों के जवाब देंगे। लेकिन एक मिनट से भी कम वक्त में वह अपनी कार में जा बैठे।
आपको बता दें कि अपनी काले रंग की कार से आजम सोमवार दोपहर करीब पौने एक बजे मुरादाबाद कचहरी पहुंचे। अमूमन अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ आने वाले आजम आज ड्राइवर के साथ अकेले पहुंचे थे। आंखों पर काले रंग का चश्मा लगाए आजम MP-MLA कोर्ट से थोड़ी दूरी पर कार से उतरे। फिर अपने वकील के साथ सीधा कोर्ट में चले गए। करीब एक घंटे बाद गंभीर मूड में कोर्ट से बाहर आए आजम मीडिया को देख अपने चिरपरिचित अंदाज में मुस्कराए भी। इसी दौरान उनकी नजर पत्रकारों के बीच खड़े एक वकील पर पड़ी, तो तंज कसने से भी नहीं चूके। आजम बोले- वकील होकर..आप ये काम क्यों कर रहे हैं? इन्हें (मीडिया) करने दीजिए। इस पर वकील ने कहा कि वह जर्नलिस्ट भी हैं। तो आजम ने फिर तंज कसा- अच्छा टू इन वन हैं आप। माशाअल्लाह..लो मियां तुम्हारा काम भी ये छीने ले रहे हैं।
भागवत के बयान पर इशारा किया- मुझे कुछ सुनाई नहीं देता
जब आजम खान से पूछा गया कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जाति प्रथा के लिए पंडितों को जिम्मेदार ठहराया है। आप इसे किस तरह देखते हैं? इस पर उन्होंने दोनों कानों की तरफ उंगली घुमा कर दो बार इशारा किया कि मुझे सुनाई नहीं देता। इसके बाद उनसे पूछा गया कि सपा ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की है। इस पर आपका क्या कहना है? इस बार आजम ने मुंह के आगे उंगली रखकर संकेत किया कि मैं बोल नहीं सकता।
कचहरी में रहा कड़ी सुरक्षा का घेरा
आजम खान की पेशी के दौरान कचहरी में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त रहे। इस दौरान SP सिटी अखिलेश भदौरिया भारी फोर्स के साथ कचहरी में मौजूद थे। सपा के स्थानीय नेता भी आजम के आने से पहले ही कचहरी पहुंच चुके थे। मगर, आजम ने किसी से बात नहीं की और सीधे अपनी कार की अगली सीट पर बैठकर रामपुर रवाना हो गए।
2008 में हूटर उतारने पर धरने पर बैठे थे आजम खान
छजलैट मामला करीब 14 साल पुराना है। हरिद्वार हाईवे पर मुरादाबाद के छजलैट थाने के सामने 29 जनवरी, 2008 को मुरादाबाद के तत्कालीन SSP प्रेम प्रकाश ने पूर्व मंत्री आजम खान की गाड़ी चेकिंग के लिए रुकवाई थी।
इसके बाद आजम की गाड़ी पर लगा हूटर उतरवा दिया था। इसे लेकर विवाद बढ़ गया था। आजम खान वहीं सड़क पर धरना देकर बैठ गए थे। इसके बाद आस-पास के जिलों से भी सपा के नेता और कार्यकर्ता छजलैट पहुंच गए थे। आजम खान समेत दूसरे सपा नेताओं पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, भीड़ को उकसा कर बवाल कराने समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
आजम के अधिवक्ता शहनवाज सिब्तेन नकवी ने बताया कि मामले में अभियोजन की एविडेंस पूरी हो चुकी है। आजम खान बयान देने कोर्ट आए थे। अब मामले में डिफेंस एविडेंस के लिए 20 फरवरी की डेट लगी है।