जम्मू। जम्मू-कश्मीर में वैष्णो देवी रोप-वे प्रोजेक्ट को लेकर को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने मंगलवार को कहा कि “हम विकास के विरुद्ध नहीं हैं”, लेकिन सरकार को गरीबों की दुर्दशा पर ध्यान देना चाहिए। रोप-वे आंदोलन के दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा, “27 दिसंबर को जिस दिन लोगों की जान गई, उसी दिन से हम प्रभावित लोगों तक पहुंचने और उनसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं। जब हमारे वरिष्ठ नेताओं की एक टीम ने उस जगह का दौरा करने की कोशिश की, तो उन्हें शुरू में रोक दिया गया। मामले में डिवीजनल कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद ही हमें वहां जाने की अनुमति दी गई।
“उन्होंने कहा, “जिस तरह से लोगों को अमानवीय और अस्वच्छ परिस्थितियों में रखा जा रहा है, वह अस्वीकार्य है। 20 कैदियों को रखने की जगह में अब 80 लोगों को रखा गया है। हम प्रगति के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन सरकार को गरीबों की दुर्दशा पर भी ध्यान देना चाहिए। सरकार को हितधारकों से बातचीत करनी चाहिए और चर्चा करनी चाहिए। हमने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मामले को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का फैसला किया है।” उन्होंने सवाल किया कि कटरा में किस तरह का लोकतंत्र है, या यह अराजकता है? हमने इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल को एक पत्र लिखा है, जिसमें जल्द समाधान की अपील की गई है। हम उनसे मिलकर इन सभी मामलों को उनके सामने रखना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस मुद्दे का शीघ्र समाधान हो ताकि स्थिति बिगड़ने की बजाय सुधरे।
उन्होंने भाजपा को घेरते हुए कहा, “भाजपा हमेशा राजनीति में लिप्त रही है। जब घटना शुरू हुई, तो स्थानीय भाजपा विधायक ने कहा कि अगर उनके लोगों के साथ ऐसा कुछ हुआ, तो वह भूख हड़ताल पर चले जाएंगे। लेकिन अब जब हमारे लोगों के साथ ऐसा हो रहा है, तो भाजपा चुप क्यों है? भाजपा ने इस परियोजना की शुरुआत की, तो वे अब इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं?”