नई दिल्ली। लोकसभा में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ बिल पटल पर रखा गया। कांग्रेस विरोध में लगातार आवाज बुलंद कर रही है। कांग्रेस नेता इमरान मसूद के मुताबिक इस पर टिप्पणी करने का ये वक्त सही नहीं है। उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर कहा, “अभी इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी कर पाना मुश्किल है। मुझे लगता है कि अभी इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी न ही की जाए, तो बेहतर रहेगा।”
इसके अलावा, उन्होंने भाजपा के उस तर्क को भी सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें यह कहा जा रहा है कि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से खर्च की बचत होगी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि खर्चा कहां से बच जाएगा। ईवीएम खरीदने में इन लोगों की हालत खराब हो जाएगी, तो ऐसी स्थिति में मुझे नहीं लगता है कि इससे किसी भी प्रकार से चुनाव संबंधी खर्चे में कटौती आएगी। उन्होंने संभल प्रकरण को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “अब मैं संभल को लेकर क्या ही टिप्पणी करूं, संभल को लेकर तो मैं इतना ही कहूंगा कि भाजपा का यहां पर एजेंडा सफल नहीं हो पा रहा है और आगे भी उनका एजेंडा सफल नहीं होगा।”
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साथ ही उन्होंने भाजपा के सैकड़ों साल पहले की फाइलें खोलने पर कहा, “ये लोग जितने मर्जी उतने साल पहले की फाइलें खोल सकते हैं। हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है। अब तक जो इन्होंने फाइलें खोली थीं, उससे भी क्या ही कर लिया इन लोगों ने। इन फाइलों से कुछ भी नहीं होने वाला है।” बता दें कि वन नेशन वन इलेक्शन से जुड़ा विधेयक आज (17 दिसंबर) लोकसभा में पेश किया गया। इस विधेयक को ‘संविधान (129वां संशोधन) विधेयक 2024’ नाम दिया गया है। कांग्रेस ने इस बिल को असंवैधानिक बताते हुए इसका विरोध करने की बात कही है। कांग्रेस इस बिल को देश के संघीय ढांचे के खिलाफ बताया है।