जुन्नारदेव (छिंदवाड़ा)-) मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में उन्हें घेरते हुए कांग्रेस की कथित गुटबाजी पर कड़ा हमला बोला और कहा कि राज्य में आदेश ‘गांधी परिवार’ का और निर्देश ‘कमलनाथ परिवार’ का चलता है, लेकिन कोई गलती होने पर चांटा ‘दिग्विजय परिवार’ को पड़ता है।
साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि वे अब चाहें तो अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन करने जा सकते हैं।
श्री शाह ने जिले के जुन्नारदेव में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी उपस्थित रहे। इस समारोह में कांग्रेस की जिला इकाई के कई सदस्यों ने भाजपा की सदस्यता भी ली।
गृह मंत्री ने इस आदिवासीबहुल क्षेत्र में आदिवासी समुदाय के लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में जल जंगल जमीन के साथ आदिवासियों की सुरक्षा, सम्मान और समावेशी विकास की बात होती है। भाजपा ही वो पार्टी है, जिसने सबसे ज्यादा आदिवासी विधायक और मंत्री दिए हैं।
उन्होंने श्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस में सिर्फ तीन परिवारों का बोलबाला है, गांधी परिवार, कमलनाथ परिवार और ‘दिग्विजय बंटाधार परिवार’। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि जहां ‘तीन तिगाड़ा’ होता है, वहां काम बिगड़ जाते हैं। यहां आदेश गांधी परिवार का, निर्देश कमलनाथ परिवार का और गलती होने पर चांटा दिग्विजय परिवार पर पड़ता है। जहां भी जाओ, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के लोग एक-दूसरे के कपड़े फाड़ने पर उतारू हैं। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में खुद में एकता नहीं है, वो मध्यप्रदेश का क्या भला करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि पहले प्रदेश में केवल दिग्विजय सिंह लूट मचाते थे, बाद में कांग्रेस सरकार बनने पर श्री कमलनाथ और श्री दिग्विजय सिंह दोनों ने लूट मचाई। उन्होंने कांग्रेस सरकार के कई कथित घोटाले भी गिनाए।
उन्होंने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि हर साल एक दिवाली होती है, लेकिन इस बार मध्यप्रदेश में तीन दिवाली मनेंगी। एक दिवाली पर, दूसरी भाजपा सरकार बनने पर और तीसरी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से प्रभु श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, उस दिन पूरा देश दिवाली मनाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस आजादी के बाद से राम मंदिर का मामला अटका रही थी। राहुल गांधी हर समय कहते थे कि भाजपा राम मंदिर की तिथि नहीं बताएंगी। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि अब श्री राहुल गांधी चाहें तो अयोध्या में दर्शन करने जा सकते हैं।