मुजफ्फरनगर। माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा आगामी सत्र से सम्बंधित शैक्षिक पंचांग के अनुसार माध्यमिक विद्यालय कार्ययोजना कैसे बनाए विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमे जिले के सरकारी, अशासकीय सहायता प्राप्त तथा वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने प्रतिभाग किया |
कार्यशाला का शुभारम्भ जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वल्लित करके किया। जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा आगामी सत्र के लिए शैक्षिक पंचाग जारी कर प्रदेश के सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं, शिक्षाविदो से सुझाव आमंत्रित किए गए है,शैक्षिक पंचांग में विभिन्न विषयों के शिक्षण के साथ साथ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु विविध पाठ्य सहगामी गतिविधियों को भी सम्मिलित किया गया है|
विद्यालयों में प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को सदनवार सांस्कृतिक गतिविधियों, नृत्य, गीत, वादन, नाटक, चित्रकला, रंगोली आदि ,प्रत्येक द्वितीय शनिवार को सदनवार खेलकूद आधारित प्रतियोगिता, तृतीय शनिवार को साहित्यिक गतिविधियों यथा निबन्ध लेखन, भाषण, वाद-विवाद एवं सुलेख आदि तथा प्रत्येक चतुर्थ शनिवार को किशोर संसद ,सांस्कृतिक, साहित्यिक गतिविधियों पर आधारित सदनवार गतिविधियों का आयोजन शिक्षक शिक्षिकाओं के सहयोग से कराया जाएगा |
सभी प्रधानाचार्यों को विभिन्न खेल कूद प्रतियोगिता ,एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम, महापुरुषों की जयन्ती दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम ,पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम ,जल सरंक्षण कार्यक्रम , मिशन शक्ति अभियान , आजादी के अमृत महोत्सव आदि कार्यक्रमों को भी विद्यालय समय सारिणी में पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार पर्याप्त स्थान देना होगा| शिक्षकों को निरंतर अपडेट होने की आवश्यकता होती है,वे विभिन्न सोफ्टवेयर आदि की मदद से अपने आपको नवाचारी बनाए अन्यथा वे बहुत कम समय में ही आउटडेटेड हो जाएंगे, विद्यार्थियों के अभिभावकों को प्रेरित कर ड्रॉप आउट कम से कम करने का प्रयास करें , पुस्तकालयों, प्रयोगशालाओं ,वर्चुअल लैब्स आदि से जोड़कर अपने शिक्षण को रोचक व प्रभावी बनाए|
विद्यालयों में पुस्तकालय संग्रहालय के रूप में ही न रहे बल्कि उनका सदुपयोग होना चाहिए ।शिक्षक शिक्षण के साथ ही विभिन्न प्रयोगात्मक कार्य,प्रोजेक्ट कार्य, विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम को सम्पन्न करायेंगे तथा विद्यार्थी के सम्बन्ध में समस्त जानकारी से उसके अभिभावकों को भी समय समय पर अवगत कराएंगे | प्रधानाचार्य डॉ. विकास कुमार ने कहा कि हैण्ड्स ऑन एक्टीविटीज एवं एक्सपीरिएन्शियल लर्निंग विधा को गणित एवं विज्ञान विषय में लागू किये जाने हेतु तथा शैक्षणिक गतिविधियों में जीवन कौशल शिक्षा के समावेश हेतु सप्ताह में दो दो वादन निर्धारित किए गए है ।सभी पाठ्य पुस्तकें ई-बुक्स के रूप में दीक्षा पोर्टल पर व माध्यमिक शिक्षा परिषद, उप्र, प्रयागराज की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं जहां से पुस्तकों को विद्यार्थियों व शिक्षकों द्वारा डाउनलोड किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त अन्य शिक्षण सामग्री दीक्षा पोर्टल एवं यूट्यूब पर लिंक के माध्यम से वेबसाइट पर उपलब्ध है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार व संचालन डॉ विकास कुमार द्वारा किया गया | कार्यशाला का सीधा प्रसारण यू ट्यूब सहित विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफोर्म पर किया गया गया, जिससे एक हजार से भी अधिक शिक्षक शिक्षिकाओं ने सहभागिता की| प्रधानाचार्य हरिओम गणपति सहस्त्रबुद्धे ,प्रधानाचार्य डॉ रणबीर सिंह, प्रधानाचार्य राकेश कुमार , जितेन्द्र कुमार ,सुधीर त्यागी,सोहन पाल ,सुनील शर्मा , सलीम अहमद आदि भी उपस्थित रहे|