मुजफ्फरनगर। नदी में प्रदूषण के आरोप में एक और पेपर मिल को सील कर दिया गया है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि हिण्डन नदी एवं काली नदी पश्चिमी में जल प्रदूषण को नियंत्रित किये जाने एवं ऐसे उद्योग जो अशुद्धिकृत उत्प्रवाह को काली नदी पश्चिमी एवं हिण्डन नदी में निस्तारित कर रहे हैं, के विरूद्ध सख्त कार्यवाही किये जाने के निर्देश शासन स्तर पर, मण्डल स्तर पर आयुक्त एव जिला स्तर पर जिलाधिकारी द्वारा दिये गये हैं, जिसके सम्बन्ध में नियमित रूप से विभिन्न स्तरों पर बैठकें भी आयोजित की जा रही हैं।
मुजफ्फरनगर में हिण्डन नदी में प्रदूषण का मुख्य स्रोत काली नदी पश्चिमी है, जिसके कैचमेन्ट एरिया में मुख्यत: पल्प एण्ड पेपर उद्योग संचालित हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नियमित रूप से रात्रि में भी धन्धेडा नाला, बेगराजपुर नाला (मुख्य प्रदूषण स्रोत) का निरीक्षण किया जा रहा है। यदि किसी उद्योग से अशुद्धिकृत उत्प्रवाह निस्तारित होता पाया जा रहा है, तो सीधे उत्पादन बन्दी की कार्यवाही की जा रही है। इस हेतु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा सभी जल प्रदूषणकारी उद्योगों को पूर्व में भी सचेत किया गया है।
विभाग द्वारा एक पेपर उद्योग मेसर्स एस के पेपर मिल जानसठ रोड को सील किया गया था तथा आज उद्योग मै. जीनस पेपर एण्ड बोड्र्स लि. (यूनिट-2), 8वां किमी, जानसठ रोड से अशुद्धिकृत उत्प्रवाह का निस्तारण पाये जाने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा बन्दी आदेश जारी किये गये तथा क्षेत्रीय अधिकारी द्वारा सीलिंग की कार्यवाही करते हुए उद्योग को बन्द करा दिया गया। क्षेत्रीय अधिकारी द्वारा सभी उद्योगों को सचेत किया गया है कि यदि कोई भी उद्योग हिण्डन नदी, काली नदी पश्चिमी को प्रदूषित करता हुआ पाया जाता है, तो ऐसी स्थिति में उद्योग के विरूद्ध तत्काल इमरजेन्सी क्लोजर की कार्यवाही की जायेगी।